एके सिंह, लखनऊ
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी से आज पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मिलकर जीएसटी से अखबारों को हो रही कठिनाई से अवगत कराया। श्री येचुरी ने हर मंच पर अखबार वालों की समस्या उठाने का आश्वाशन दिया है। गौरतलब है कि जीएसटी के कारण पूरे देश में पत्रकारों के समक्ष रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। जीएसटी के अनुचित टैक्स के कारण अधिकांश अखबार अपने खर्चे कम करने के साथ साथ संस्करण तक बंद करने को मजबूर है। स्थिति की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अकेले लखनऊ में ही सैकड़ों की संख्या में पत्रकारों की नौकरी जा चुकी है। जीएसटी नहीं हटा तो पूरे देश में लाखों पत्रकार बेरोजगार हो जाएंगे। माकपा नेता ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि आजादी के बाद से अभी तक अखबार टैक्स दायरे में नहीं थे। ऐसे में ये केंद्र सरकार की मंशा पर बड़ा सवाल है कि वह कैसे एक के बाद एक संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करती जा रही है। । प्रतिनिधिमंडल में नीरज श्रीवास्तव,हेमंत मैथिल,प्रांशु मिश्र,जे पी शुक्ल,संदीप मिश्र शामिल थे।