सोहना, संजय राघव
सोहना कस्बे में स्थापित फव्वारा चौक का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर है| उक्त फव्वारा स्थानीय नगरपरिषद विभाग की उदासीनता के चलते ठप पड़ा है जबकि विभाग फव्वारा के सौन्दर्यीकरण पर कई बार लाखों रूपए खर्च कर चुका है| वहीं, फव्वारा ना चलने से लोगों ने उक्त स्थान पर अतिक्रमण करना आरंभ कर दिया है| स्थानीय दुकानदार फव्वारा स्थल का उपयोग कबाड़ घर के रूप में कर रहे हैं| ऐसा होने से परिषद् विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं| विभाग अधिकारियों ने फौहारा को चालू कराने की आज तक भी सुध नहीं ली है जिसके चलते स्थानीय नागरिकों में भारी रोष एवं गुस्सा व्याप्त है| नागरिकों ने फौहारा को शीघ्र चालू कराने को कहा है|
हार्ट ऑफ़ द सिटी के नाम से प्रसिद फव्वारा चौक परिषद् विभाग की लापरवाही व निष्क्रियता के चलते कबाड़ बन चुका है जिसका इस्तेमाल स्थानीय दुकानदार कबाड़ घर के रूप मे कर रहे हैं| उक्त फौहारा चौक स्थानीय नगरपरिषद विभाग द्वारा लाखों रूपए की राशी खर्च करके निर्मित कराया गया था जो रोजाना प्रातः व सांय को चलाया जाता था जिसका दृश्य काफी रमणीक होता था| लोग चलते रंगीन फौहारों को देख कर बरबस ठहर जाते थे तथा उक्त नज़ारे को देखकर रोमांचित हो उठते थे किन्तु वर्तमान में फव्वारा पुर्णतः ठप्प पड़ा हुआ है जिसमें लगा सामान भी असामाजिक तत्व उखाड़कर ले जा चुके हैं| फव्वारा स्थल पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा भी स्थापित है जहाँ पर राष्ट्रीय पर्वों पर नेतागण व अधिकारी नमन करने पहुँचते हैं किन्तु बावजूद इसके फव्वारे को संवारने की प्रशासन ने आज तक भी पहल नहीं की है|
क्या कहते हैं नागरिक
सोहना कस्बे के प्रबुद्ध नागरिक पार्षद हरीश नंदा, राजेंद्र बागडी, मास्टर राकेश, दारा राघव,आदि कहते हैं कि फव्वारा चौक कस्बे की शान है किन्तु प्रशासन ने आज तक भी फव्वारे को चालू किए जाने की कार्यवाही नहीं की है|
क्या कहते हैं अधिकारी
सोहना नगरपरिषद् विभाग के कार्यकारी अधिकारी विजय कुमार पोसवाल कहते हैं कि जल्द ही फव्वारे का मौका मुआयना करके चालू कराने की कार्यवाही की जाएगी|