नीरज सिसौदिया, जालंधर
नगर निगम जालंधर के अधिकारी स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के उस दौरे के बाद भी सुधरने को तैयार नहीं जिसमें सिद्धू ने 8 अधिकारियों को सस्पेंड किया था| यही वजह है कि पार्षद कमलजीत कौर गुल्लू की जिस बिल्डिंग को अवैध बताते हुए चीफ विजिलेंस अफसर ने उसके खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे और नगर निगम ने सिद्धू के दौरे वाले दिन खानापूर्ति कर बिल्डिंग का काम रुकवा दिया था, उस बिल्डिंग का काम दोबारा शुरू कर दिया गया है| फिलहाल दोबारा शुरू हुए इस काम को रुकवाने में नगर निगम के कमिश्नर बसंत गर्ग और एटीपी ने फिलहाल कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है| आरटीआई एक्टिविस्ट रविंद्र पाल सिंह चड्ढा ने आरोप लगाया कि जिस बिल्डिंग इंस्पेक्टर नवजोत दुग्गल को इस बिल्डिंग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एसटीपी मोनिका आनंद की ओर से भेजा गया था उसी बिल्डिंग इंस्पेक्टर की मिलीभगत के चलते अब इस बिल्डिंग का काम दोबारा शुरू हो गया है| चड्ढा ने कहा कि सीधी योनि इस बिल्डिंग की जांच करने के बाद तत्कालीन बिल्डिंग इंस्पेक्टर मनिंदर कौर को चार्जशीट भी किया था| लोकपाल पंजाब के समक्ष दीप बिल्डिंग विभाग ने लिखकर दिया था कि बिल्डिंग का काम बंद करा दिया गया है| बिल्डिंग मालिक ने भी हलफिया बयान दिया था| अब 2 साल बाद बिल्डिंग इंस्पेक्टर की मिलीभगत से दोबारा काम शुरू कर दिया गया है| चड्ढा ने आरोप लगाया है कि मोहिंदर सिंह गुल्लू ने शिवयोग के समक्ष दिए गए हलफिया बयान में मनजीत कौर के जाली हस्ताक्षर किए थे| इसकी शिकायत डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर से भी उन्होंने की है| चड्ढा ने कहा कि इस बिल्डिंग की जमीन को लेकर जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत से 7000000 रुपए नॉन कंस्ट्रक्शन चार्ज के खजाने में जमा नहीं कराए गए हैं| उन्होंने कहा कि जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने लिख कर दिया है कि फाइल नहीं मिल रही है इसकी FIR लिखने के लिए डिवीजन नंबर 4 भेजी गई परंतु डिवीजन नंबर 4 ने | परंतु डिवीजन नंबर 4 में डीलिंग मैन का नाम पूछा तो जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने नाम नहीं बताया| चड्ढा ने मांग की है कि इस बिल्डिंग पर तत्काल पुलिस फोर्स बैठाई जाए और तुरंत बिल्डिंग सील करने के आदेश जारी किए जाएं|
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