झारखण्ड

विद्युत नगरी में 3 दिवसीय रामचरित्र मानस यज्ञ को लेकर निकली कलश यात्रा

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रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
बोकारो थर्मल स्थित लालचैक के त्रिलोचन मंदिर के प्रांगण में गुरूवार का तीन दिवसीय रामचरित्र मानस यज्ञ शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम बनारस से आये यज्ञ कर्ता आचार्य सुनील कुमार शास्त्री, चंदन कुमार शास्त्री, संजय कुमार शास्त्री ने त्रिलोचन मंदिर सह यज्ञ स्थल में पुजा-अर्चना व ध्वजारोहण कर 1101 कुंवारी कन्याओं को कलश देकर उतरावाहिनी नदी के लिए रवाना किया।

कलश यात्रा लाल चैक से होते हुए झारखंड चैक, केंद्रीय बाजार, स्टेशन रोड होते हुए कोनार नदी तट पहुंचा, जहां आचार्यों के द्वारा वैदिक मंत्रोंच्चारण कर कलश में जल भरा गया। फिर उतरावाहिनी नदी से कलश लेकर यज्ञ मंडप में स्थापित किया गया। कलश यात्रा त्रिलोचन मंदिर से होकर विधुत नगरी के विभिन्न काॅलोनियों का भ्रमण किया। यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं की जय श्रीराम, जय हनुमान… हर-हर महादेव, जय श्री राम…बाबा नगरिया दूर है की जयकारों से विधुत नगरी गुंजमान हो गया।
इस दौरान श्रदालुओं में भक्ति का अटूट श्रद्धा देखने को मिली। कई बुजुर्ग महिलायें चिलचिलाती धुप में नंगे पांव यात्रा में शरीक हुए।

कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह शरबत व ठंडा पानी की व्यवस्था किया गया था। कलश यात्रा में पुजारी संजय कुमार व धर्मपत्नि ज्योति देवी, रोहीत महतो, आनंद शर्मा, ऊतम वर्णवाल, परमेश्वर साव, आनचैटे बाबा, बिनोद सिंह, राहुल कुमार, संतोष रजक, मनीष कुमार, तिलक महतो, नितेश कुमार, विवेक रजक, भीम ठाकुर, राजकुमारी देवी, मुन्नी देवी, सुनीता देवी सहित सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए।


सुख, शांति व समृद्धि के लिए यज्ञ जरूरी-
यज्ञकर्ता अनचैटे बाबा ने कहा कि यज्ञ से मानव को शांति, समृद्धि व सुख की प्राप्ति होती है। इसलिए हर मनुष्य को यज्ञ में शामिल होना चाहिए।
भगवान शिव व हनुमान के नाम जपने से मानव को ऊर्जावान बनाती है। यज्ञ के अनुष्ठान से एक नहीं सैकड़ों-हजार लोगों को फायदा मिलता है। किसी भी यज्ञ या अनुष्ठान को दृढ़ संकल्प के साथ किया जाए तो यज्ञ से सदगति का मार्ग प्रशस्त होता है।

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