दीपक शर्मा, लोहाघाट
प्रस्तावित कोलीढेक झील निर्माण के लिए आठ करोड़ की पहली किस्त जारी होने के बाद इसके बनने की कवायद शुरू हो गई है। कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग ने डूब क्षेत्र में आने वाले प्रभावितों का भूमि का मुआवजा तैयार कर लिया है। झील के डूब क्षेत्र में 400 काश्तकारों की नाप भूमि में करीब 7 करोड़ रुपया बतौर मुआवजा दिया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया के बाद झील निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। विधायक पूरन सिंह फत्र्याल ने बताया कि पेयजल की समस्या को देखते हुए कोलीढेक झील का निर्माण में सिंचाई विभाग को तेजी लाने के निर्देश दे दिए गए हैं।
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मुआवजा बंटने के साथ ही टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि झील निर्माण से लोहाघाट में पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम पैदा होंगे। इधर कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता अमित उप्रेती ने बताया कि भूमि का मुआवजा तैयार हो गया है। जल्द ही उसका वितरण प्रभावित किसानों को कर दिया जाएगा। मुआवजा वितरण के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अभियंता उप्रेती ने बताया कि कोली झील निर्माण के लिए नाबार्ड से 21.42 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। इसमें 1550 मीटर लंबी, 125 मीटर चौड़ी, और 21 मीटर गहरी झील के निर्माण के लिए शासन ने प्रथम किस्त के रूप में आठ करोड़ दिये हैं.