आज़ाद इदरीसी, रोसड़ा
नाग पंचमी इस इलाके का प्रमुख त्योहार माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन माह के पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है।उस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और उन्हें दूध से स्नान कराया जाता है। जिससे मनोकामना पूरा होता है।
https://youtu.be/mUg6gkzSh-k
बिहार के समस्तीपुर जिला के रोसड़ा प्रखण्ड के थतिया गांव में 115 साल पुराने ऐतिहासिक”भगवती मेला महोत्सव” मेला को अब कुछ हफ्ते ही बचे हैं। ऐसे में नागपंचमी मेला को लेकर तैयारी में गति पकड़ ली हैं। मंदिर कि रंगाई,पुताई का काम एवं मेला की अन्य तैयारियां पूरी की जा रही है। उत्तर बिहार का मशहूर ऐतिहासिक नागपंचमी मेला यहां 30 जुलाई से 3 अगस्त तक चलेगा। मेले की शुरुआत 30 जुलाई को हजारों लोग कलश यात्रा निकाल कर एवं गाजे बाजे के साथ किया जाएगा। साथ ही साथ 2 अगस्त को नागपंचनी के दिन मुख्य पूजा होगी जिसमें हजारों लोगों के साथ शोभा यात्रा नाग देवता का सोभा यात्रा निकलेगी। जो बूढ़ी गंडक घाट से शहर के विभिन्न मार्ग होते हुए मन्दिर प्रांगण पहुँचेगी। इस दौरान लोग नाग देवता को दूध से स्नान कराते है। जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते है। पाँच दिनों तक चलने वाली इस मेला में मुख्य आकर्षक का केंद्र डिज्नीलैंड, मौत का कुआँ, जादू; झूला ,मीना बाज़ार हैं।और रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। साथ ही साथ गाँव में छिपे प्रतिभा बाहर लाने के लिए समिति के ओर से विभिन्न तरह के प्रतियोगिता भी कराई जाती है। जिससे बच्चो में एक अच्छा माहौल और मंच मिल सके।यह बात प्रेस से वार्ता के दौरान विषहरा भगवती पूजा समिति थतिया रोसड़ा के अध्य्क्ष संजय कुमार सिंह उर्फ छन्नू सिंह ने बताया। इस दौरान समिति के सचिव संजय कु कर्ण, कोजाध्यक्ष राज कुमार सिंह (राजू) ,गुड्डू सिंह रामनंदन भगत, भूषण कुमार, रामप्रित ,मनीष कुमार सिंह,सैतान सिंह,रविशंकर, सुमित सिंह,अरविंद पासवान, छोटू पासवान, रंजीत दास,मंजू दास आदि ग्रामीण लोग उपस्तिथ थे!