झारखण्ड

सीसीएल प्रबंधन की नीतियों का एचएमकेपी ने किया विरोध

Share now

रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
हिंद किसान मजदूर पंचायत के बैनर तले ने 32 सूत्री मांग को लेकर बुधवार को सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के करगली जीएम ऑफिस के समझ प्रर्दशन कर प्रबंधन को ज्ञापन सौपा।

इससे पूर्व गांधी चौक से सैकड़ो की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने जुलूस निकाल प्रबंधक के प्रति विरोध करते हुए जीएम आॅफिस के समक्ष पहुंचा जहां सभा में तब्दील हो गया। प्रदेश महासचिव इंद्रदेव महतो ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन मजदूर विरोधी नीति खत्म करे, मजदूरों की समस्या चरम पर है। प्रबंधन मजदूरों के साथ नकारात्मक रवैया अपना रही है। कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन मजदूरों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहा है। नए नियमों के नाम पर प्रबंधन मजदूरों का शोषण करने का काम कर रहीं है। कोल इंडिया बंद पड़ी खदानों को चालू करने के दिशा में पहल नहीं कर रही है, उन्हें स्थाई तौर पर बंद करने की नीति अपनाई जा रही है। खदानों को बंद कर आउटसोर्सिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। कहा कि सीसीएल की महत्वाकांक्षी कायाकल्प योजना यहां लूट खसोट का पर्याय बन गई है। योजना का लाभ सीसीएल क्वार्टर में रहने वाले लोगों को ना देकर ठिकेदार पैसों का बंदरबांट करने में लगे हुए है। बवजूद इसके प्रबंधन की ओर से इस दिशा में कोइ्र कार्रवाई नहीं की जा
रहीं है। परियोंजन के अंतर्गत पड़ने वाले डिस्पेंशरियों में चिकित्सकों व ड्रेसर की कमी है जिससे उपचार कराने आने वाले मरीजों को काफी समस्या का समना करना पड़ा है। प्रक्षेत्र में पेयजल,शौचालय व स्वच्छता यहित अन्य
समस्याओं के समाधान की दिशा में प्रबंधन की दिशा में प्रयास नहीं किया जा रहा है। कहा कि जीएम ऑफीस का पिछले कई वर्षो से टेबुल ट्रांसफर नहीं किया गया है कुछ विभाग के कर्लक एक ही जगह पर जमे हुए है, उसे स्थानांतरण नहीं किया जा रहा है। कहा कि कई कॉलोनियों में सीसीएल की बिजली व्यवस्था चरमाई हुई है। कहा कि गरीब मरीजों को कम दामों पर दवा उपलब्ध कराने को लेकर करगली रीजनल अस्पताल के समीप प्रंधनमंत्री के योजना के अंर्तगत जेनेटिक दवा केंद्र खोला गया था परंतु उक्त स्टोर में जेनेरिक दवा कम तथा दुसरे कंपनी की दवाईयां ज्यादा बेची जा रहीं है। सीसीएल के अस्पतालों में चिकित्स मरीजों को महंगी दवाईयां लिखते है जिससे गरीब तबके के मरीजों को खरिदारी करने में काफी परेशानी होती है। कहा कि वाशरी से सुभाषनगर, जवाहरनगर तक जाने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चूका है, प्रत्येक दिन उक्त रास्ते से लाखों लोगों को निरंतर अवागतण जारी रहता है। प्रबंधन उक्त रास्ते को दुरूस्त करें।
क्या क्या है मांग-
जीएम आॅफिस के कर्मचरियों का अविलंब किया जाए। जीएम ऑफिस में काम करने वाले पियून, चपरासी को जूता यूनिफार्म उपलब्ध कराया जाए। करगली वाशरी ब्हेकिल विभाग से ऐसी गाड़ी का रिपेयर व मेंटन करवाया जा रहा है जिसका परमिट फेल है, इसकी जांच होनी चहिए। रिटायर कर्मचारियों का ओटी, एरियर लंबीत है उसे पेमेंट कराया जाए। चलकारी डिस्पेंसरी में डेसर नहीं रहने से मरीजों को उपचार कराने में काफी परेशानी होती है। आदि मांग शामिल है। मौके पर विजय साव, विश्वनाथ रविदास, सोहनलाल मांझी, रमानंद प्रसाद, जितेंद्र पासवान, बन्नू महतो, णगणेश राम, संतोष सिन्हा, माहर रजक, रामू दिगार, संजय कुमार गंझू, सुमित्रा देवी, मिना देवी, सारामनी देवी, कौशल्या देवी, भागिया देवी, गणेश तांती, सुमित्रा देवी, हीरालाल आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *