रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल/कथारा
कथारा ओपी के भुरकुंडावा बस्ती में बुधवार को एक जमीन रैयत को 12 वर्षों के बाद पुलिस की मौजूदगी में दखल दिलाया गया। जमीन मापी के साथ ट्रेक्टर चलवाकर दखल दहानि का कार्य पूरा किया गया।हालांकि जमीन पर कब्जा किए पूर्व व्यक्ति के परिजनों ने इसका विरोध भी किया पर पुलिस बल के सामने उनकी नहीं चली। इस पूरे कार्रवाई की देखरेख कथारा ओपी प्रभारी संजय कुमार चौबे स्वयं कर रहे थे।
उक्त मामले के संबंध विवादित जमीन की रैयत लीलावती देवी के पति गुलशन यादव ने बताया कि यह जमीन जिसका खाता नंबर 3 प्लॉट नंबर 325 व रकबा 18 डिसमिल है।जिसमें से 6 डिसमिल जमीन मेरे स्वर्गीय ससुर ने गांव के ही जमुना यादव के पास रहन पर दे रखा था।लेकिन बाद में वह जबरन पूरे जमीन पर कब्जा कर लिया।जबकि इस जमीन का मालिकाना हक मेरी पत्नी लीलावती देवी के पास था। काफी प्रयासों के बाद भी जब जमुना यादव के परिजन जमीन वापस करने को तैयार नहीं हुये तो मामला न्यायालय पहुंचा। लगभग 12 वर्षों तक न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने के बाद फैसला उनके पक्ष में आया।इस बीच इस मामले में अपर समाहर्ता व भू राजस्व कोर्ट से भी डिग्री उन्हें मिली।इसके बाद भी जबरन बने मालिक किसी भी कीमत पर जमीन वापस करने को तैयार नहीं हुये।जिसका लिखित रूप से जिला के तमाम पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों को दी गयी।उसके बाद यह करवाई हुयी। जमीन के नापी करने के लिए गोमिया अंचल कार्यालय के सरकारी अमीन शिवाजी सिल्वेस्टर मुर्मू, राजस्व कर्मचारी लाल मोहनदास, नीजि अमीन के रूप लाल यादव मौजूद थें।18 डिसमिल जमीन की मापी कराकर तार का बार लगाकर घेराबंदी कर दी गयी।