नीरज सिसौदिया, जालंधर
वार्ड नंबर 35 में स्ट्रीट लाइटों का बुरा हाल है| कहने के लिए यहां के खंभों पर लाइटें तो लगी हुई है लेकिन वह जलती नहीं हैं जिसके चलते रात भर यहां की गलियों और सड़कों में अंधेरा पसरा रहता है| रात के अंधेरे में कई बार लोग हादसों का शिकार हो जाते हैं तो कई बार आवारा कुत्तों का शिकार बन जाते हैं|
सबसे ज्यादा परेशानी छोटे-छोटे बच्चों को होती है जो अगर रात को घर से मजबूरीवश बाहर निकल गए तो लौटने से पहले छोटी जरूर हो जाते हैं|
युवा भाजपा नेता और समाज सेवक बिन्नी सेठी ने बताया कि पिछले काफी समय से स्ट्रीट लाइटों का यही हाल है| यह लाइटें कब जली यह कोई नहीं जानता| विभागीय अधिकारी कहते हैं कि LED लाइट प्रोजेक्ट के तहत सभी स्ट्रीट लाइटें बदली जानी हैं लेकिन LED प्रोजेक्ट भी अब विवादों में घिर गया है| इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है|
स्ट्रीट लाइटों को सुधारने की दिशा में ना तो विभागीय अधिकारी कुछ कर रहे हैं और ना ही स्थानीय परिषद ने ही इसे सुधारने की पहल की है| दिल्ली सेक्सी इमेज नगर निगम के नए कमिश्नर लाकड़ा से मांग की है कि वह मामले पर गंभीरता दिखाते हुए समस्या के समाधान की दिशा में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दें| उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वह स्थानीय लोगों के साथ मिलकर आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे|