नीरज सिसौदिया, जालंधर
एक तरफ स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अवैध बिल्डिंगों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं और मेयर जगदीश राजा भी उनके आदेशों के अनुसार अवैध बिल्डिंगों की लिस्ट तैयार करवा रहे हैं वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्षद खुलेआम अवैध बिल्डिंग बनाने का ठेका ले रहे हैं| ताजा मामला इंडस्ट्रियल इलाके का है|
इंडस्ट्रियल इलाके में डोगरा प्रॉपर्टी डीलर के बगल में एक अवैध दुकान तैयार की जा रही है| इस बिल्डिंग का न तो नक्शा पास कराया गया है और न ही यह नियमों के अनुसार तैयार की जा रही है| बिल्डिंग इंस्पेक्टर जीतपाल जोशी कहते हैं कि इस दुकान के लिए नक्शे की फाइल नगर निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा की टेबल पर पड़ी हुई है| अब सवाल यह उठता है कि जब नक्शा पास ही नहीं हुआ तो फिर निर्माण कार्य कैसे शुरू हो गया| दिलचस्प बात यह है कि इस बिल्डिंग का कॉमर्शियल नक्शा पास ही नहीं किया जा सकता है|
इंडिया टाइम 24 ने जब मामले की छानबीन की तो पता चला कि कांग्रेस पार्षद रवि सैनी ने यह बिल्डिंग बनवाने का ठेका लिया हुआ है| चूंकि रवि सैनी कांग्रेस विधायक बावा हैनरी के करीबी हैं इसके चलते नगर निगम अधिकारी इस बिल्डिंग के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे| हैरानी की बात तो यह है कि एक तरफ तो मेयर जगदीश राज राजा बिल्डिंग इंस्पेक्टर रुपेंद्र सिंह टिवाना को बुलाकर सबके सामने सार्वजनिक रूप से फटकारते हैं और कहते हैं कि कोई पॉलिटिकल प्रेशर नहीं है, फिर अवैध बिल्डिंगों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते वहीं दूसरी ओर उनके पार्षद ही राजनीतिक दबाव डलवाकर अवैध दुकानों का निर्माण करवा रहे हैं और राजा खामोश हैं| राजा का यह दोगला रवैया सिर्फ बिल्डिंग इंस्पेक्टरों पर जोर आजमाइश करने तक ही सीमित रह जाता है| अवैध निर्माण करवाने वाले अपने पार्षदों के खिलाफ वह कोई कार्रवाई क्यों नहीं करते? इससे साफ जाहिर होता है कि जगदीश राजा अवैध बिल्डिंगों पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ ढोंग कर रहे हैं और सारा ठीकरा नगर निगम के अधिकारियों पर ही फोड़ने में लगे हैं| राजा यह भूल रहे हैं कि इस तरह की बयानबाजी करके वह अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भाग सकते| अगर उन्हें शहर को साफ-सुथरा बनाना है तो पहले अपने पार्षदों पर लगाम कसें जो खुलेआम अवैध बिल्डिंग के बनवाने का ठेका ले रहे हैं|
इंडस्ट्रियल एरिया में बनाई जा रही इस अवैध बिल्डिंग के संबंध में जब कांग्रेस पार्षद पति रवि सैनी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह दुकान अपने बंदों की बन रही है| जब उन्हें बताया गया कि इस दुकान का तो नक्शा भी पास नहीं कराया गया है और यह अवैध है तो उन्होंने कहा कि आपको कैसे पता कि यह बिल्डिंग अवैध है| जब रवि सैनी को बताया गया कि इस बिल्डिंग में नियमानुसार निर्माण नहीं कराया जा रहा है और नक्शा भी पास नहीं कराया जा रहा है तो उन्होंने कहा कि मैं अभी बिजी हूं|
दिलचस्प बात यह है कि इस दुकान के ठीक बगल में डोगरा प्रॉपर्टी डीलर की जो इमारत खड़ी की गई है वह भी पूरी तरह से अवैध है| डोगरा प्रॉपर्टी की बिल्डिंग का भी कोई नक्शा पास नहीं करवाया गया है लेकिन इसके खिलाफ नगर निगम के अधिकारियों ने कोई कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं दिखाई| सूत्र बताते हैं कि वर्तमान में जो बिल्डिंग बनाई जा रही है वह जमीन डोगरा प्रॉपर्टी डीलर ने ही पौने नौ लाख रुपये में बेची है. इसकी कमर्शियल रजिस्ट्री भी नहीं कराई गई है. दिलचस्प बात यह भी है कि इस इलाके के पार्षद कालिया हैं और अवैध बिल्डिंग का ठेका रवि सैनी ने लिया है. कांग्रेसी एकता का यह बड़ा ही दिलचस्प नजारा है.
नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर से लेकर नगर निगम के कमिश्नर तक सभी अधिकारी सियासी हाथों की कठपुतली बने हुए हैं| नगर निगम का बिल्डिंग विभाग पूरी तरह से कांग्रेस नेताओं के हाथों में खेल रहा है| इसे ना तो स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की शक्ति रोक पा रही है और ना ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह|
