नीरज सिसौदिया, जालंधर
भारत बचाओ मंच ने पंजाब के सभी कार्यकर्ताओं की और से भारत सरकार के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मांग की है कि ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्म प्रचार की आड़ में बच्चों, औरतों और नागरिकों के शोषण को उच्च स्तरीय जांच करा कर रोक लगाई जाए. जो लोग इनसे पीड़ित हैं उन्हें पुलिस सुरक्षा दी जाए ताकि वह किसी दबाव में न आएं। इसी को लेकर डीसी आफिस में एडीसी जसवीर सिंह को भारत के राष्ट्रपति के नाम माँग पत्र सौंपा।इस दौरान मंच के सदस्य किशनलाल शर्मा ने कहा कि डायोसिस सीएनआई, सूर्य एन्क्लेव जालंधर के बिशप फ्रैंकलिन मुल्लकल पर केरल की एक नन के बलात्कार के आरोप के बाद उस पर मामला वापस लेने के लिए दबाव डालने का मामला दर्ज होने के बावजूद बिशप की गिरफ्तारी न करना हैरानीजनक है।
मंच ने सदस्य मनोज नना ने जीरकपुर की एक लड़की द्वारा बलजिंदर सिंह नाम के ईसाई पोस्टर के खिलाफ ,बलात्कार , धोखा, विदेश भेजने का लालच और अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप के आधार पर केस दर्ज करवाने के बावजूद उस पर कोई कार्रवाई न होने पर सवाल उठाए। ज्ञापन में कहा है कि यह व्यक्ति जालंधर शहर के ताजपुर में चर्च चलता है और महिलाओं को मानसिक व शारीरक बीमारी दूर करने या विदेश भेज कर ज़िंदगी को स्वर्ग बनाने के झांसे देते हैं। यह खुद को ईश्वर का पैग़म्बर बताता है और अन्य भी कई किस्म के दावे करते हैं. इसकी रिपोर्ट टीवी चैनल पर भी चली थी। इसी तरह फिरोज़पुर जिले में गुरमीत सिंह पर भी जांच करने की मांग की । इस मौके पर किशनलाल शर्मा,मनोज नना ,अमरजीत अमरी,विनीत शर्मा,राजीव पंजा, अजमेर बादल, अशवनी, यश पहलवान, विजय कुमार,राजीव यादव, सुनील सहगल,हरजिंदर बडिंग,मोहित , अजय महंत, सनी पाल, मनोहर लाल, कुलदीप ,इंदर देव शर्मा,संजीव प्रैशर,आदि मौजूद रहे.