राजेंद्र भंडारी, टनकपुर
इसे किस्मत कहे या सिस्टम की खामी कि एक अनाथ बेटी दर दर की ठोकर खा रही है. सुनने वाला कोई नहीं. आपको बताते चलें कि बनबसा की बेटी चांदनी पुत्री स्वर्गीय राजेन्द्र कश्यप / माता स्वर्गीय कुसुमा देवी ने पूर्णागिरि इंटर कॉलेज से वर्ष 2015 में इंटर पास किया तब उसके पिता बिस्तर में अंतिम सांस ले रहे थे. तब भी पटवारी का दिल न पसीजा.
उसने चंद रुपयों के लिए उसके आई कार्ड की ठीक रिपोर्ट नहीं लगाई पर उस बेटी ने हार न मानी और कोई दरवाजा नहीं छोड़ा. साथ ही वह खोका लगाकर अपना जीवन चला रही है.
आज तहसील दिवस पर उसने रुंधे गले से बताया कि भगवान किसी को गरीब न बनाये वही तहसील दिवस में समाज कल्याण का कोई अधिकारी नहीं आया. जिससे आवेदनकर्ता निराश रहे.
वहीं, तहसील दिवस में कोई कार्यवाही न होने के कारण कुल 9 प्राथना पत्र आये और तहसील दिवस के खत्म होने पर 5 कुल 14 पत्र आये पर अधिकारियों और आवेदन करने वालो की कुर्सी खाली रही दिवस की अध्यक्षता करते तहसीलदार पूनम पंत ने बताया कि समाज कल्याण विभाग को स्पस्टीकरण के लिए पत्र भेजा जाएगा.