आशीष सिंह, लखनऊ
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने कहा था कि अयोध्या में विवादित बाबरी मस्ज़िद की ज़मीन शिया वक़्फ बोर्ड की है और उस पर राम मन्दिर का ही निर्माण होना चाहिए। इस पर वसीम रिज़वी को आड़े हाथों लेते हुए लखनऊ में आज इंजी. मोहम्मद हैदर ने अपना ब्यान जारी करते हुए कहा कि विवादित ज़मीन का केस माननीय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है जो भी न्यायालय का फ़ैसला आएगा वह पूरे देश के सभी वर्गों को मान्य होगा और सभी वर्ग उस फैसले का इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी सिर्फ़ अपनी कुर्सी बचाने और देश में अराजकता का माहौल पैदा करना चाहते हैं जिससे आपस में लड़ाई झगड़े हों। अगर विवादित ज़मीन शिया वक़्फ़ बोर्ड की है तो भी वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन को यह हक़ नही पहुँचता है कि वो उस ज़मीन जिस पर न्यायालय में केस चल रहा है किसी को भी निर्माण की अनुमति दे दे।
उन्होंने कहा कि वसीम रिज़वी शिया वक़्फ़ बोर्ड की सम्पत्ति को सम्भाल पाने में असमर्थ है और उन्हें लग गया है कि उनकी कुर्सी जाएगी तो वो इस तरह के बेतुके ब्यान दे कर भाजपा को खुश कर अपनी कुर्सी बचाना चाहते हैं चाहे देश मे अराजकता ही क्यो ना फेल जाएं।
इंजीo मोहम्मद हैदर ने कहा के वसीम रिज़वी सर्वप्रथम अपनी निजी सम्पत्ति या घर पर राम मंदिर का निर्माण कराएं तो हमको बहुत खुशी होंगी क्योकि हिन्दू भी हमारे भाई हैं और हमको अपने भाइयों के धर्म का ख़्याल रखना चाहिए यह हमारी प्राथमिकता बनती है।
इस्लाम से ख़ारिज होने के सवाल के ऊपर उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने सर्वश्रेष्ठ धर्मगुरु की बात को नही माने या उनकी आज्ञा का पालन नही करता है तो वो तो स्वम् बिना किसी फ़तवे के उस धर्म से ख़ारिज हो जाता है इसके लिए किसी फ़तवे की आवश्यकता नही है।