नीरज सिसौदिया, जालन्धर
वैसे को कमिशनरेट पुलिस जालन्धर ने बीते दिनों अपना सोशल सैल मजबूत करने के लिए सोशल क्राईम सैल का गठन किया था तांकि सोशल साईटों पर नजर रखी जा सके और शहर में होने वाले क्राईम को होने से पहले ही ब्रेक कर दिया जाए। मगर कमिशनर पुलिस का यह सैल सिर्फ मुफ्त की वाहवाही लूटने तक ही सीमित दिखा। सोशल मीडिया द्वारा बीते 48 घंटे पहले एक बहुत बड़ा स्टिंग ऑपरेशन किया गया जिसमें जालन्धर के सबसे पॉश इलाके की इमारत में चल रहे हुक्का बार का पर्दाफाश किया गया।
लेजी मंकी में हुक्का बार का भंडाफोड़, वेब मीडिया क्लब के स्टिंग ऑपरेशन में कैमरे में कैद हुए लड़के और लड़कियां – India Time 24 https://indiatime24.com/2018/09/09/hukka-bar-exposed-in-a-sting-operation/#.W5S2DIjS4ag.whatsapp
मगर 48 घंटे बीतने के बाद भी जालन्धर पुलिस नहीं जागी और अभी भी शहर के कई ऐसे इलाके हैं जहां इस तरह के अवैध हुक्का बार चलाए जा रहे हैं इनके पीछे राजनैतिक संरक्षण है या फिर ये सारे हुक्का बार पुलिस के सरंक्षण से चल रहे हैं इसके लिए सोशल मीडिया द्वारा जल्द ही अगला खुलासा किया जाएगा।