झारखण्ड

वाहन जांच के दौरान पुलिसवाले ने डंडा अड़ाया, बाइक सवार गिरा, गंभीर

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बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार ‘अंजाना’
बोकारो ट्रैफिक पुलिस के द्वारा सोमवार को पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे बोकारो थर्मल झारखंड चौक पर बाईक जांच अभियान चलाया गया।वाहन जांच के दौरान ट्रैफिक बोकारो के सअनि एसएल मुर्मू,परेश टुडू,हवलदार जे मुंडू एवं सुशील उरांव बाईकर्स को रोककर उनके कागजात की जांच कर रहे थे।इसी दौरान पुलिसवालों ने हीरोहोंडा स्पलेंडर बाईक नंबर-जेएच09यू-1467 पर सवार एक युवक को डंडे से रुकने का इशारा किया।

पुलिसकर्मियों को देखकर युवक बाईक को भगाकर ले जाना चाहा तो एक पुलिसवाले ने बाईक के आगे डंडा अड़ा दिया जिससे वह असंतुलित होकर गिर पड़ा और सड़क किनारे से जा रहे एक 60 वर्षीय राहगीर को जाकर धक्का मार दिया।धक्का लगने से राहगीर सड़क किनारे गिर पड़ा जिससे उसके सिर,चेहरे एवं हाथों पर गहरी चोंटे आयी और वह बुरी तरह से घायल हो गया।घटना के बाद पुलिसवालों ने घायल राहगीर को उठाकर उसे हास्पिटल ले जाना भी मुनासिब नहीं समझा और उसे उसके हालात पर तड़पता छोड़ दिया।बाद में चौक पर जमा स्थानीय लोगों ने घायल को डीवीसी के स्थानीय हॉस्पिटल इलाज के लिए ले गये।हॉस्पिटल में डॉक्टर नीतिश कुमार ने घायल का इलाज किया तथा उसके सिर पर 11 टांके लगाये गये।घायल व्यक्ति की पहचान ढोरी बस्ती में रहनेवाले नारायणपुर निवासी खीरु महतो के रुप में की गयी है।खीरु फुसरो में सकूजा गैस एजेंसी में ठेला चलाने का काम करता है।घटना के बाद पुलिसकर्मियों के द्वारा की गयी इस प्रकार की हरकत को लेकर लोग काफी आक्रोशित हो उठे।लोगों का कहना था कि पुलिसकर्मियों के द्वारा डंडा लगाये जाने से ही इस प्रकार की घटना घटी है।जबकि ट्रैफिक सअनि परेश टुडू का कहना था कि उनलोगों ने डंडा बाईक में नहीं लगाया था।जांच के क्रम में बाईक लेकर भागने के क्रम में युवक ने धक्का मारा है।बाईक और युवक को थाना के सअनि एस बानरा थाना ले गये।
कॉलोनी के बीचोबीच है थाना-बोकारो थर्मल थाना डीवीसी की आवासीय कॉलोनी के बिल्कुल बीचोबीच स्थित है।सड़क के इस पार कॉलोनी तो दूसरी तरफ बाजार,फल एवं सब्जी बाजार है।बाजार जाने के दौरान बाईक लेकर जानेवाले लोग अमूमन हैलमेट नहीं लेकर जाते हैं और ऐसे में जब जांच अभियान चलाया जाता है तो उन्हें ही असुविधा होती है।लोगों का कहना था कि थाना के सामने से तीन और चार सवार जानेवाले बाईकर्स को पुलिस कुछ नहीं कहती जबकि डीवीसी के कामगारों को जांच के नाम पर परेशान करती है।उनका कहना था कि वाहन जांच वसूली का नया जरिया भी बन गया है।

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