बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
बेरमो अनुमंडल के ग्रामीण अंचलों में दिवाली पर्व बरदखुटा उत्सव के साथ संपन्न हो गया। ऊपरघाट के कटरूखुटा, कंजकिरो व पिपराडीह में बरदखुटा उत्सव का आयोजन किया गया। इस त्योहार को लेकर लगातार तीन दिनों तक कई प्रकार के भक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रथम दिन नहान से आरंभ होकर तीसरे दिन बरदखुटा के साथ इस पर्व का समापन हो गया। इस त्योहार को लेकर हर जगह उत्साह का माहौल दिखा। औरत, मर्द, बच्चे, बूढ़े सब के सब पूरी तरह इस त्योहार में रंगे दिखे, हर जगह सोहराय की धूम देखी गई। इस अवसर पर गंगाराम महतो, नंदलाल महतो, बाबूलाल महतो व छात्र नेता खगेंद्र कुमार महतो ने बताया कि धूमधाम से बरदखुटा उत्सव का आयोजन करते है। यह त्योहार प्रथम दिन नहान से आरंभ हुआ। जिसमें गांव के सभी लोग मिलकर ग्राम से बाहर गोट पूजा किया।
मुर्गा मुर्गी की बलि दी गई वहां से वापस घर आने के बाद गो पूजा आरंभ हो गई। दूसरे दिन के पूजा में घर घर में गोहाल पूजा का आयोजन किया गया। मुर्गा की बलि के अलावा हडिया चावल भी चढ़ाया गया। पूजा के तीसरे और अंतिम दिन मंगलवार को बरदखुटा के रुप में मनाया गया। इस दिन गांव के बीच कुल्ही में एक मजबूत खुटा गाड़ कर उसमें बेल को बांधा गया।
बैल को ग्रामीणों द्वारा काफी सुंदर ढंग से सजाया गया एवं विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्रों को बजाकर बैल के चारों ओर घूम कर औरत मर्द सभी नृत्य किया। बरद खुटा के अवसर पर कई प्रकार के गीत एवं बजना कर बैल को उकसाया जा रहा था। बाद में काफी उत्सुकता से बैल को बंधन मुक्त कर दिया गया। बरदखूटा का कार्यक्रम समाप्त होते ही रात भर चलने वाले नृत्य एवं संगीत का कार्यक्रम आरंभ हो गया फिर पूरी रात ग्रामीण गीत एवं संगीत में लगे रहे।