झारखण्ड

छाऊ नृत्य पर रातभर झूमे श्रद्धालु, देवी-देवताओं के रूप में सजे कलाकार

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रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
नावाडीह प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट स्थित पेंक में पांच दिवसीय दुर्गापूजा सह मेला के अवसर पर छाऊ नृत्य का आयोजन किया गया। जिसका उदघाटन थाना प्रभारी संदीप कुजूर, मुखिया सुखमति देवी व पंसस गुरूप्रसाद पटेल ने संयुक्त रूप से किया। बंगाल से आये कलाकारों ने छाऊ नृत्य की प्रस्तुति से रातभर श्रद्धालु झुमते रहे।

देवी-देवताओं के रूप सजे कलाकारों ने गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरूआत की। रातभर चले इस कार्यक्रम में ऊपरघाट के अलावे हजारीबाग जिले से भी श्रद्धालु छाऊ नृत्य देखने पहुंचे थे। इधर, अतिथियों ने कहा कि छाऊ नृत्य लोक नृत्य अपनी सुंदरता और पूर्णता के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। छाऊ नृत्य भारत के एक प्रसिद्ध आदिवासी मार्शल नृत्य शैली है। नृत्य मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल के अंतर्गत आता है, क्योंकि यह पुरुलिया जिले से हुआ माना जाता है, लेकिन इसके व्यापक रूप से ओडिशा, झारखंड आदि जैसे अन्य राज्यों में लोकप्रिय पुरुलिया छाऊ पात्रों के संदर्भ में अपने समकक्षों की तुलना में अलग है। छाऊ नृत्य सूर्य त्योहार है जो हिंदू कैलेंडर के चैत्र माह के दौरान मनाया जाता है के दौरान किया जाता है।

पश्चिम बंगाल के झांकी के लिए विषय के रूप में यह अनुमोदन करने से दुनिया के लिए लोक नृत्य प्रस्तुत किया। पूर्व मुखिया प्रतिनिधि रामचंद्र सोरेन की टोली ने संथाली नृत्य बिसहरी प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर थाना के सअनि निर्मल यादव, उमेश कुमार यादव, देवनंदन मुरमू, संजय मंडल, उज्जवल कुमार, भुवनेश्वर राम तुरी, दिनेश्वर पांडेय, गजाधर महतो, सरयू पांडेय, टुकामन महतो, टेकलाल सिंह, हरेंद्र महतो, परिमल तुरी, पुसन तुरी, भागीरथ महतो, दीपक पांडेय, रोहित महतो, चेतलाल महतो, राजू पांडेय, सोनी जगरनाथ महतो सहित कई सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।

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