उत्तराखंड

घंटों लगता है जाम, 4 घंटे का सफर करके कैसे ब्रिज कोर्स की क्लास करेंगी टनकपुर बनबसा की 100 से भी अधिक छात्राएं, विधायक कर रहे सेंटर बदलवाने का प्रयास

Share now

नीरज सिसौदिया, टनकपुर
ब्रिज कोर्स की क्लास करना टनकपुर और बनबसा की लगभग 100 से भी अधिक छात्र-छात्राओं के लिए मुसीबतों का सबब बन गया है| विधायक कैलाश गहतोड़ी इनकी समस्या के समाधान के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों ने अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की है|
दरअसल राज्य सरकार की ओर से निजी एवं सरकारी स्कूलों के अध्यापक एवं अध्यापिकाओं के लिए डी एल एड और ब्रिज कोर्स अनिवार्य कर दिया गया है| जिन अध्यापक एवं शिक्षिकाओं ने B.Ed पास किया हुआ है उन्हें 6 महीने का ब्रिज कोर्स करना है| इसके लिए 10 दिन की कक्षाएं अनिवार्य कर दी गई हैं। जो भी यह 10 दिन की कक्षाएं नहीं करेगा वह ब्रिज कोर्स के लिए अयोग्य साबित हो जाएगा और स्कूलों में अध्यापन कार्य भी नहीं कर सकेगा|

टनकपुर और बनबसा की लगभग 100 से भी अधिक टीचर्स के लिए यह ब्रिज कोर्स इसलिए मुसीबत का सबब बन गया है कि 10 दिन की जो अनिवार्य क्लास अटेंड करनी है उनका सेंटर चंपावत दे दिया गया है| अब टनकपुर से चंपावत के रास्ते में मोदी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट फो रलेन सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। इसके चलते आए दिन इस मार्ग पर 4:00 से लेकर 8 घंटे तक का जाम लग जाता है| कई बार तो हालात इससे भी अधिक बदतर हो जाते हैं| एनआईओएस के मुताबिक अगर कोई भी यह क्लास अटेंड करने से छूट जाता है या उसकी एक दिन भी क्लास मिस हो जाती है तो उसे डीडीहाट में क्लास करनी पड़ेगी| अब सवाल यह उठता है कि जो चंपावत में क्लास नहीं कर सकते वह डीडीहाट में कैसे क्लास करेंगे? लगभग 1 महीने पहले जब इन विद्यार्थियों को यह पता चला था कि इनका सेंटर चंपावत कर दिया गया है तो इन्होंने एक पत्र लिखकर जिला शिक्षा अधिकारी से यह मांग की थी कि उनका सेंटर उनके गृह क्षेत्र टनकपुर अथवा बनबसा में ही कर दिया जाए|

जिला शिक्षा विभाग की ओर से यह मांग पत्र एनआईओएस के स्टेट कोऑर्डिनेटर को देहरादून भेज दिया गया था| इसके बावजूद जब इस दिशा में एनआईओएस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई तो ब्रिज कोर्स के सभी विद्यार्थी चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी के पास गए और उन्हें अपनी समस्या बताई। समस्या को गंभीरता से लेते हुए विधायक कैलाश गहतोड़ी ने तत्काल देहरादून बात करके ब्रिज कोर्स का सेंटर चंपावत से टनकपुर स्थानांतरित करने को कहा़। कैलाश गहतोड़ी के कहने पर विभाग की ओर से कथित तौर पर सेंटर चेंज कर दिया गया लेकिन अगले दिन जब सभी विद्यार्थी टनकपुर स्थित सेंटर पहुंचे तो वहां पर मौजूद अधिकारियों ने लिखित रूप से कोई भी आदेश प्राप्त नहीं होने की बात कही| साथ ही शनिवार को केंद्र में ना आने की हिदायत भी दी| इसके चलते शनिवार को यह सभी ब्रिज कोर्स करने वाले चंपावत जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं| ब्रिज कोर्स करने वाली छात्राओं में कुछ गर्भवती भी हैं| अगर पहाड़ के सफर में इन्हें कोई शारीरिक नुकसान होता है तो उसका जिम्मेदार एनआईओएस होगा| सभी अभ्यर्थियों ने तत्काल सेंटर टनकपुर स्थानांतरित करने की मांग की है|

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *