एजाज अंसारी, मधुबनी
मोतिहारी लोकसभा सीट को लेकर महागठबंधन में कशमकश जारी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और मोतिहारी के पूर्व सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह इस सीट पर नजरें गड़ाए हुए हैं। वे हर हाल में उस सीट को अपने पाले मे रखने को लेकर चाल चल रहे। लेकिन अब तक वे अपने मिशन में कामयाब नहीं हो सके हैं। अंदर की बात यह है कि महागठबंधन रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद के नाम पर मुहर लगा चुकी है। जिससे अखिलेश सिंह पूरी तरह तिलमिला रहे है।जानकारों की माने तो रविवार को भी केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष मोतिहारी लोकसभा सीट को लेकर चर्चा चली थी।बैठक के बाद जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है वो यह है कि अखिलेश सिंह के प्रस्ताव पर केंद्रीय नेतृत्व तैयार नहीं है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह मोतिहारी सीट से अपने बेटे को चुनाव लड़वाना चाहते हैं। वे इस कोशिश में हैं कि अगर वह सीट कांग्रेस के खाते में गयी तो कांग्रेस से अगर सहयोगी दल के खाते में गयी तो सहयोगी पार्टी के टिकट पर अपने बेटे को चुनाव लड़वाया जाए। लेकिन जो जानकारी मिल रही है वो यह कि अखिलेश सिंह के प्रस्ताव को केंद्रीय नेतृत्व ने नकार दिया है। बताया जाता है कि पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व ने अखिलेश सिंह के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।हालांकि इसकी पुष्टि पार्टी नेताओं ने नही की है।मोतिहारी सीट पर रालोसपा कर रही तैयारी महागठबंधन के भीतर मोतिहारी सीट पर रालोसपा पिछले तीन महीनों से तैयारी में जुटी है। वहाँ से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद लगातार कंपेन में जुटे हैं। रालोसपा नेता लगातार चुनाव अभियान में लगे हैं।मोतिहारी में पिछले 2 दिनों से यह चर्चा तेज हो गयी थी कि राज्य सभा सांसद अखिलेश सिंह के बेटे आकाश सिंह महागठबंधन से उम्मीदवार होंगे। इसको लेकर लगातार महागठबंधन के नेता आपस मे चर्चा भी शुरू कर दिए थे। लेकिन रालोसपा मोतिहारी सीट पर अपना दावा ठोक चुकी है।