अनूप शर्मा, जालंधर
जालंधर निगम नगर निगम के हजारों कर्मचारियों को मई माह का वेतन नहीं मिला है जिससे कर्मचारियों का हाल बेहाल है| ऐसे में वह गलत रास्ता अपनाने के लिए मजबूर हो रहे हैं| सैलरी नहीं मिलने कारण कर्मचारी मानसिक तनाव में हैं| कुछ भ्रष्ट निगम कर्मचारियों को छोड़ दें तो हजारों मेहनती और ईमानदार कर्मचारियों के घरों के चूल्हे भी ठंडे पड़ने लगे हैं|
कुछ कर्मचारियों का कहना है कि राशन, दूध, बिजली का बिल आदि ना चुकाने की वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है| नगर निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा की अदूरदर्शी सोच के चलते कर्मचारियों को अक्सर इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है| कुछ निगम कर्मचारियों का कहना है कि अगर सैलरी का यही हाल रहा तो तो उन्हें गलत रास्ते से धन कमाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और इसके जिम्मेदार निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा होंगे| क्योंकि कमिश्नर की ही यह पहली जिम्मेदारी बनती है कि वह निगम के भ्रष्टाचार को रोक कर यह सुनिश्चित करें कि कर्मचारियों को सैलरी समय से मुहैया करवाई जा सके|
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उन्हें सैलरी नहीं मिली तो वह बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे. बता दें कि सफाई मजदूर नेता चंदन ग्रेवाल बुधवार को निगम कमिश्नर को मिले थे. इसके बावजूद अभी तक कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया है जबकि कुछ कर्मचारियों को वेतन दिया जा चुका है.