बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
बोकारो थर्मल में विश्व हिन्दू परिषद वह बजरंग दल के संयुक्त तत्वाधान में अखंड भारत निर्माण को लेकर 400मीटर लंबी तिरंगे झंडे के साथ तिरंगा यात्रा निकाली गयी। तिरंगा यात्रा विधुत नगरी विभिन्न सडकों से गुजरते हुए आम लोगों में देश भक्ति की संचार ऐसा पैदा कर गयी कि जैसे-जैसे यात्रा बढ़ते गया, वैसे-वैसे लोग जुड़ते गए। तिरंगा यात्रा स्थानीय लाल चैक से शुरू होकर झारखंड चैक, अस्पताल मोड़, रेलवे स्टेशन, केंद्रीय बाजार स्थित हनुमान मंदिर परिसर पहुंचा। वहां पर एक सभा की गयी। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि देश में राष्ट्र ध्वज के प्रति सम्मान और समर्पण विकसित करने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली गयी।देशभक्ति की अनुठी मिसाल देखने को मिली। स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व निकाली गई क्षेत्र की सबसे बड़ी तिरंगा यात्रा में स्कूली छात्रों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत किया।इस पद यात्रा में सभी जाति और समुदायों के लोग शामिल होकर देशभक्ति और एकता की मिसाल कायम की। मौके पर उपस्थित समाज के प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि यह कार्यक्रम धारा 370 की समाप्ति और अखंड भारत दिवस के रूप में आम जनता के सहयोग से सम्पन्न कराया गया है। इस अनूठी यात्रा के जरिए लोगों को आपस में एकता और सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया गया है. साथ ही यह यात्रा लोगों में देशप्रेम जागृत करने का भी काम करेगी।
इस मौके पर बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता के अलावा समाज के हर तबके के लोगों ने हिस्सा लिया।हाथों में तिरंगा, दिल में देशभक्तितिरंगा यात्रा के दौरान युवा और बच्चे हाथों में तिरंगा थामते हुए देशभक्ति के गानों पर थिरकते रहे। देशभक्ति के गानों पर जमकर नारेबाजी भी किया गया। ऐसे में मार्ग से गुजर रहे लोग भी देशभक्ति के गानों को गुनगुनाते दिखे।प्राचीन भारत के अखंड स्वरूप को दर्शा उसके सम्मान को विश्व में पुनर्स्थापित करना चाहते हैं। कहा कि आज से पांच हजार साल पहले हिदू राजाओं का संपूर्ण आर्यावर्त जम्बू द्वीप पर शासन होता था, जो पश्चिम में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, पाक गुलाम कश्मीर से लेकर पूर्व में नेपाल, भूटान, म्यांमार तक तथा उत्तर में अक्साई चीन, तिब्बत से लेकर दक्षिण में श्रीलंका तक फैला हुआ था। कालांतर में अपनी गलतियों और आपसी फूट के कारण यह हिमालय से हिद महासागर तक छोटा सा जमीन का टुकड़ा रह गया है। इसीलिए सभी लोगों ने कार्यक्रम में भाग लेकर अखंड भारत का संकल्प धारण किया।