दिल्ली

आदर्श नगर विधानसभा सीट : मंगत राम सिंघल का फिर हो सकता है पत्ता साफ, मुकेश गोयल हो सकते हैं कांग्रेस के उम्मीदवार

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नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव की सियासी कसरत जोर पकड़ने लगी है| आदर्श नगर विधानसभा सीट पर इस बार भारी उलटफेर होने की संभावनाएं प्रगाढ़ हो गई हैं| दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन का असर इस सीट पर देखा जा सकता है| इस बार आदर्श नगर विधानसभा सीट से कांग्रेस कौन सा चेहरा मैदान में उतारेगी यह देखना दिलचस्प होगा| हालांकि, दो मजबूत दावेदारों में से एक मंगतराम सिंघल पहले ही टिकट की इस लड़ाई से बाहर नजर आ रहे हैं लेकिन संदीप दीक्षित के प्रदेश अध्यक्ष बनने की संभावनाएं प्रबल होने के चलते उनकी दावेदारी को भी दरकिनार नहीं किया जा सकता है.

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दरअसल, मंगतराम सिंघल अपने पुत्र विनय सिंघल को यहां से मैदान में उतारना चाहते हैं| वहीं, दूसरी ओर लगातार पांचवीं बार पार्षद बने मुकेश गोयल भी इस सीट से विधानसभा की सीढ़ियां चढ़ने का सपना संजो रहे हैं| अब बात करते हैं दोनों में से मजबूत दावेदार कौन है और उसकी मजबूती के क्या कारण हैं?
सबसे पहले बात करते हैं पूर्व मंत्री और उनके सुपुत्र की| पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल एक जमाने में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेहद करीबी माने जाते थे| उस वक्त मंगतराम की तूती बोलती थी. मगर वक्त के साथ हालात बदल गए और शीला दीक्षित का निधन हो गया| शीला दीक्षित के निधन के साथ ही मंगत राम सिंघल भी कॉन्ग्रेस में अपना पुराना रसूख गंवा बैठे हैं| मंगत राम सिंघल की दावेदारी उनकी उम्र के कारण भी कुछ कमजोर हो चुकी है| यही वजह है कि वह इस बार अपने सुपुत्र विनय सिंघल को मैदान में उतारने का सपना संजो रहे हैं| विनय सिंघल राजनीतिक रूप से इलाके में कभी उतने सक्रिय नहीं रहे जितने कि मंगतराम सिंघल हुआ करते थे| उनकी लोकप्रियता का ग्राफ न के बराबर है. ऐसे में अगर कांग्रेस उन पर दांव खेलती है तो इसका सीधा फायदा विरोधियों को मिलेगा. इसी का फायदा मुकेश गोयल उठा सकते हैं| आदर्श नगर की जनता भलीभांति जानती है कि किस प्रकार अपने दम पर मुकेश गोयल न सिर्फ पार्षद बने बल्कि स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन और नेता विपक्ष जैसे अहम पद हासिल करने में भी कामयाब हुए| इलाके में उनकी लोकप्रियता का कोई सानी नहीं.

Mukesh Goyal with rahul Gandhi

वहीं सियासी खेल में भी वह पूरी तरह माहिर हैं. पूर्व कांग्रेस सांसद जयप्रकाश अग्रवाल के करीबी माने जाने वाले मुकेश गोयल की दावेदारी इस बार इसलिए भी मजबूत नजर आ रही है क्योंकि शीला दीक्षित के निधन के बाद जयप्रकाश अग्रवाल भी संगठन में मजबूत हुए हैं|
एक तरफ मंगतराम सिंघल का पुत्र प्रेम और दूसरी तरफ जयप्रकाश अग्रवाल के संगठन में बढ़ते दबदबे ने मुकेश गोयल का रास्ता साफ कर दिया है| अगर कांग्रेस इस सीट से मुकेश गोयल को मैदान में उतारती है तो निश्चित तौर पर यह सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है| वहीं, मंगतराम सिंघल के सुपुत्र को मैदान में उतारने का खामियाजा कांग्रेस को हार की कगार पर ले जा सकता है|

बता दें कि मुकेश गोयल पिछले 25 वर्षों से सक्रिय राजनीति में अहम भूमिका निभा रहे हैं और पार्षद बनते आ रहे हैं| ऐसे में उनकी दावेदारी जायज भी है और वह टिकट के असल हकदार भी हैं| अब देखना यह है कि पार्टी हाईकमान किस पर भरोका जताता है. बहरहाल, ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा| फिलहाल आदर्श नगर विधानसभा सीट पर सियासी समीकरण नए मोड़ पर आ खड़े हुए हैं|

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