नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
नागरिक संशोधन एक्ट के विरोध में मुसलमानों को भड़का कर देशद्रोह की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए ज्योतिष रत्नाकर नरेश नाथ ने ऐसे सभी मस्जिदों के काजियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है जहां जुमे की नमाज के बाद इस एक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए.
नरेश नाथ ने कहा कि दिल्ली में जामा मस्जिद में जुमे की नमाज अदा की गई. इसी तरह यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश इत्यादि जगहों पर भी जुमे की नमाज पढ़ी गई लेकिन यह कैसी नमाज थी, जिसके पढ़ने के बाद हजारों की तादाद में मुस्लिम नौजवान बालिग और नाबालिग युवा अंधे बनकर दिल्ली की सड़कों पर निकल आए हैं. मीडिया उनसे सवाल पूछ रहा है, उन्हें सिर्फ यही पढ़ाया गया है कि एनआरसी लागू करके मुसलमानों को देश से बाहर किया जा रहा है. इसका तात्पर्य यह है कि हर मस्जिद में बैठा काजी जुमे की नमाज़ के नाम पर भारत विरोधी भाषण और प्रवचन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि मेरी देश के सुप्रीम कोर्ट से और माननीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से अनुरोध है कि इस बात से यह स्पष्ट होता है कि ऐसी हर मस्जिद में बैठा हुआ काजी देशद्रोही है जहां नमाज के बाद हिंसा भड़क गई है या विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. उसने देशद्रोह का पाठ पढ़ रखा है और वह आईएसआई का एजेंट बनकर देश के मुसलमान बच्चों को विद्रोह का पाठ पढ़ा रहा है. मुस्लिम जनता से पूछा जा रहा है कि आपको किसी बिल का पता है तो उन्हें कुछ पता नहीं है.
इस सभी तथ्य से अलग-अलग टीवी चैनल की रिपोर्टों से यह बात स्पष्ट हो चुकी है देशद्रोह की राजनीति मस्जिदों से काजियों के माध्यम से चल रही है.
इलाके में जान-माल की क्षति हुई है और पब्लिक प्रॉपर्टी का आग दहन हुआ है उस उस एरिया के मस्जिद के काजी पर देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए.
यदि इस तथ्य को समझा और रोका ना गया तो आने वाला समय भारत में बहुत बड़े फसाद का कारण बन सकता है. कृपया जनमानस इस ओर ध्यान दें.