बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
डीवीसी प्लांट में रोजगार की मांग को लेकर स्थानीय विस्थापित रोजगार के लिए 27 जनवरी से लगातार आंदोलनरत है। स्थानीय प्रबंधन पुलिस और प्रशासन की धौंस दिखाकर उन्हें डराने की कोशिश कर रहीं है। शुक्रवार की शाम मुख्य अभियंता टी अकबर के कार्यालय में हुई वार्ता के बाद विस्थापित आरपार की लड़ाई के लिए कमर कस लिए है। गिरीडीह सांसद चंद्रप्रकाश चैधरी ने विस्थापितों से कहा कि 17 फरवरी से डीवीसी की ऐश पौंड का अनिश्चििकालीन चक्का जाम आंदोलन किया जाऐगा। विस्थापितों को जब-तक प्रबंधन गेटपास बनाकर नहीं देंगी, तब-तक ऐश पौंड का चक्का जाम रहेगा। विस्थापितों ने सांसद को बताया कि बंगाल के मुर्शिदाबाद के यूवक प्लांट में काम कर रहा है और यहां के विस्थापित भूख हड़ताल कर रहें है।
विस्थापितों ने बंगाल के एक मजदूर को चिहिन्त किया है। जिसका गेटपास में स्थानीय पता लिखा हुआ है। इसके बारें में विस्थापितों ने प्रबंधन और स्थानीय पुलिस को भी जानकारी दी है। इसकी पुष्टि थाना प्रभारी उमेश कुमार ठाकुर ने भी किया है। विस्थापित नेता ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि डीवीसी के वरीय अपर निदेशक नीरज कुमार सिन्हा प्रशासन और विस्थापितों को गुमराह कर रहें है। बंगाल के मजदूर प्लांट में काम कर रहें है। 17 फरवरी से ऐश पौंड का चक्का जाम आंदोलन के साथ बाहरी मजदूरों को खदेड़ने का काम करेंगी। यहां पर मुख्य रूप से विस्थापित नेता जितेंद्र यादव, तिलक महतो, रंजीत तुरी, राजेन्द्र महतो, सुरत प्रसाद, रवि तुरी, असगर अली छत्रधारी गोप, राजेन्द्र भाई पटेल, मो. मिन्हाज आलम, मुबारक अंसारी, शंभू रविदास, गफुर अंसारी, जगदीश यादव, विशेश्वर राम, सुल्तान अंसारी, आरिफ अंसारी, कुर्बान अंसारी आदी लोग उपस्थित थे।