नीरज सिसौदिया, जालंधर
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव व शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली ईकाई के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा है कि जागो पार्टी के मुखिया मनजीत सिंह जी.के द्वारा प्राकृतिक मौतों पर घटिया व तुच्छ राजनीति करने से गुरेज़ करना चाहिए व कोरोना महामारी के दौरान अपनी राजनीति चमाकाने के लिए तुच्छ प्रयासों से दूर रहना चाहिए।
यहां जारी किए एक बयान में श्री कालका ने कहा कि मनजीत सिंह जी.के ने वृद्धा आश्रम से संबधित मौतों को लेकर जिस घटिया मानसिकता की नुमाईश करते हुए अपनी तुच्छ सोच का परिचय दिया है उसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है। उनहोंने कहा कि ऐसा लगता है कि मनजीत सिंह जी.के अध्यक्ष पद से हटाये जाने के तथ्य को बर्दाशत नहीं कर पा रहे और शिरोमणी अकाली दल व पंथक संस्थाओं को बदनाम करने के लिए हमेशा आतुर रहते हैं।
श्री कालका ने कहा कि मनजीत सिंह जी.के ने सियासी दुष्प्रचार करने से पहले यह तथ्य नहीं देखा कि जो पांच मौतें हुईं है उनमें से 2 व्यक्तियों के अपने घरों में प्राकृतिक तौर पर मौतें हुईं हैं जबकि बाकी की तीन मौतें में से एक व्यक्ति 99 वर्ष, एक 94 वर्ष और एक 90 वर्ष की उम्र का व्यक्ति था जिनकी मौत प्राकृतिक तौर पर हुई है। उन्होंने कहा कि इतनी वृद्धावस्था में गुरु के आदेशानुसार इस संसार को अलविदा कहने के मामले पर मनजीत सिंह जी.के राजनीति करने पर सिख संगत के हृदयों को चोट पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह जी.के शायद गुरबाणी को भूल गये हैं कि यहां से हर इंसान को गुरु के आदेशानुसार ही जाना है।
श्री कालका ने कहा कि इस तथ्य से दुनिया परिचित है कि मनजीत सिंह जी.के ने हमेशा ही घटिया राजनीति की है व अपने विरोधियों के खिलाफ निराधार बेहुदा, घटिया व निंदनीय दोष लगाये हैं। उन्होंने कहा कि मनजीत सिंह जी.के ने कभी भी अपने खिलाफ लगे जायज़ दोषों का जवाब नहीं दिया और यहां तक कि संगत अभी भी उनसे गोलक चोरी का हिसाब मांग रही है जो वह नहीं दे रहे पर अपने सियासी विरोधियों के खिलाफ घटिया दुष्प्रचार करने में लगे हुए हैं।