नीरज सिसौदिया, जालंधर
नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से अब ऐसे इलाकों में भी अवैध मार्केट तैयार करवाई जा रही है जहां मार्केट पास ही नहीं हो सकती. ताजा मामला एटीपी विकास दुआ के कार्य क्षेत्र में पड़ने वाले इलाके का है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी के घर से गुरु तेग बहादुर नगर की ओर जाते समय रास्ते में पड़ने वाले पेट्रोल पंप के पास एक अवैध मार्केट तैयार कर दी गई है. इस मार्केट को सभी नियमों को ताक पर रखकर बनाया गया है.
दरअसल, मार्केट का कोई नक्शा पास नहीं कराया गया है. दिलचस्प बात तो यह है कि इस इलाके में मार्केट पास ही नहीं हो सकती. क्योंकि यहां पर रोड 60 फुट नहीं है. इसके बावजूद यहां मार्केट कैसे खड़ी कर दी गई और निगम के अधिकारियों ने इसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की यह जांच का विषय है. सूत्र बताते हैं कि इलाके के एटीपी विकास दुआ ने मार्केट मालिक से इस मार्केट पर कार्रवाई न करने की एवज में रिश्वत की मोटी रकम ली है. साथ ही सूत्र यह भी बताते हैं कि इलाके के बिल्डिंग इंस्पेक्टर ने भी रिश्वत की मोटी रकम लेकर मामले को दबाने और कार्रवाई नहीं करने का भरोसा मार्केट के मालिक को दिलाया था. यह बिल्डिंग इंस्पेक्टर कौन है फिलहाल इसकी पुष्टि सूत्र नहीं करते हैं क्योंकि जब यह काम शुरू हुआ था तो यहां के बिल्डिंग इंस्पेक्टर रूपिंदर टिवाना थे और जब मार्केट का काम अंतिम चरण में पहुंचा तो निर्मलजीत वर्मा को बिल्डिंग इंस्पेक्टर बना दिया गया. बहरहाल, विकास दुआ की मेहरबानी से एक और अवैध मार्केट तैयार हो चुकी है. इससे पहले भी उनके इलाके में कई अवैध बिल्डिंगें और मीठापुर में अवैध कॉलोनी बन कर तैयार हो चुकी हैं जिनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सूत्र बताते हैं कि हेड ड्राफ्ट्समैन से एटीपी बनाये गये विकास दुआ इन अवैध बिल्डिंगों और कॉलोनियों से लाखों रुपये की काली कमाई कर चुके हैं. अब देखना यह है कि इस अवैध मार्केट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी अथवा नहीं.