जालौन। मां के जाने से पहले से ही संघर्ष कर रही दो बेटियों की जिंदगी मे बीते दिनो पिता के अचानक चले जाने से भूचाल आ गया। पिता के जाने से अनाथ हुई तहसील कोच के ग्राम पड़री निवासी दो सगी बहनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद को गुहार लगाई है। कुमारी संगम पटेरिया एवं गोपाल पटेरिया की मां का किडनी के गंभीर रोग एवं पैसे के अभाव में इलाज सही तरीके से ना करा पाने के कारण 5 अगस्त 2019 को निधन हो गया था। मां के न होने के कारण दोनों बच्चों की पढ़ाई में बाधा आने लगी। बकौल कुमारी संगम, ‘मेरी उम्र 18 वर्ष है, मैं बीएससी कर रही हूं। छोटी बहन गोपाल पटेरिया उम्र 16 वर्ष कक्षा 12 की छात्रा है और हम दोनों का कोई भाई नहीं है।’ पिता सियाशरण पटैरिया (42) की बीती 10 जून को अचानक तबीयत खराब हुई नजदीकी अस्पताल में दिखाया तो निमोनिया एवं प्लेटलेट्स की कमी बताकर इलाज किया गया लेकिन स्थिति गंभीर होने पर बेहोशी की हालत में दोनों बेटियों ने गांव वालों से मदद की गुहार लगाई परंतु कोरोना के डर से कोई भी मददगार नहीं आया जैसे तैसे दोनों बेटियां पिता को ग्वालियर स्थित महेश्वरी अस्पताल में ले गए परंतु किसी भी अस्पताल में इलाज नहीं मिल सका और पिता की असमय मौत हो गयी। सरकारी वाहन द्वारा दोनो बेटियां पिता को गांव लेकर लौटी। सरकारी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनो को कोविड-19 की जांच हेतु उरई भेजा। जांच नेगेटिव पाई गई, पिता का अंतिम संस्कार भी काफी देर से हुआ। दोनों अनाथ बच्चियों ने सीएम से अपील करते हुए कहा कि हमें आपकी मदद की अति आवश्यकता है सहायता करने की कृपा करे। संत दीदी पुष्पांजलि ने दोनो की परेशानी के मद्ेनजर उनको कानूनन गोद लेने की बात कही है। इसके अतिरिक्त भी दोनो बेटियों ने (मो-7607539684) समाजसेवियों व सरकार से पढ़ाई को सुचारू करवाने, जिंदगी को पटरी पर लाकर सुरक्षा संरक्षण देने के लिए सरकार से गुहार लगायी है।

पिता की बीमारी से हुई मौत, अनाथ बेटियों ने सीएम से लगाई मदद की गुहार




