नीरज सिसौदिया, जालंधर
किसान आंदोलन के चलते रेल सेवाओं पर विपरीत असर पड़ रहा है. ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ियों का संचालन भी पूरी तरह से ठप है. इसके चलते जहां आम जनता को रेल सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है वहींं रेलवे को भी लाखों रुपये के राजस्व की चपत लग रही है. ऐसे में फिरोजपुर रेल मंडल के प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने किसानों से रेल यातायात सुचारू बनाने के लिए सहयोग करने की अपील की है.
वीडियो में देखें क्या कहा डीआरएम ने
मंडल रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि 24 सितम्बर से पंजाब में किसान संगठनों के द्वारा आन्दोलन शुरू करने के कारण रेल सेवाएं बंद कर दी गई थीं| किसान संगठनों के द्वारा माल रेल सेवा बहाल करने की घोषणा के पश्चात् 22-23 अक्टूबर को उत्तर रेलवे के फिरोजपुर एवं अम्बाला मंडल द्वारा लगभग पौने दो सौ मालगाड़ियां चलाई गईं | इन दो दिनों के दौरान पाया गया कि किसान संगठनों द्वारा अनिश्चितता का माहौल था | मालगाड़ियों के संचालन के दौरान उनकी संरक्षा एवं सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही थी | जब मालगाड़ी के परिचालन के दौरान कोई लोकोपायलट ट्रैक पर किसी को बैठे या ट्रैक के आस-पास भीड़ को देखता है तो गाड़ी का संचालन करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि उनके जीवन को खतरा होने की संभावना होती है | उन्होंने बताया कि किसान संगठन जंडियाला में ट्रैक पर तथा मंडल के स्टेशनों पर बैठे हुए हैं| अतः जब तक ट्रैक एवं स्टेशन पूर्णतः खाली न हो जाए तब तक इनका संचालन संभव नहीं हो सकता है |
मंडल रेल प्रबंधक ने किसान भाईयों/संगठनों का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन किया है. उन्होंने उनसे अपील की है कि वे रेल ट्रैक/स्टेशन को पूर्णतः खाली कर दें ताकि पंजाब की जनता को उत्तम रेल सेवा प्रदान की जा सके |