नीरज सिसौदिया, बरेली
कृषि कानूनों के देशभर में हो रहे विरोध के बीच गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बरेली आ रहे हैं| मुख्यमंत्री यहां किसान सम्मेलन को संबोधित करने के साथ ही विकास कार्यों का जायजा भी लेंगे| वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी सीएम के समक्ष विरोध दर्ज कराने की किसी योजना पर काम तो नहीं कर रही है लेकिन किसान पदयात्रा जरूर निकालने की बात कह रही है| लेकिन यह पदयात्रा कहां निकाली जाएगी इसका खुलासा फिलहाल पार्टी के जिला अध्यक्ष या महानगर अध्यक्ष ने नहीं किया है. अगर पार्टी मुख्यमंत्री के समक्ष विरोध दर्ज कराने में नाकाम रहती है तो इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा.

सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की महानगर इकाई की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष विरोध प्रदर्शन करने या उन्हें काले झंडे दिखाने जैसी कोई योजना नहीं है| वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष अगम मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी लगातार किसानों के समर्थन में सरकार के द्वारा लाए गए कृषि कानूनों का विरोध करती आ रही है| उन्होंने कहा कि विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की ओर से लगातार किसान पदयात्रा निकाली जा रही है जो मुख्यमंत्री के आगमन से चलने वाली नहीं है| उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री किसान सम्मेलन करते हैं तो वह करते रहे उनके समक्ष विरोध दर्ज कराने की हमारी कोई रणनीति नहीं है| उनके समक्ष हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष लगातार विरोध दर्ज करा चुके हैं और हम जिले में अपना आंदोलन उसी तरह से जारी रखेंगे इस तरह से पहले करते आ रहे हैं| अगम मौर्य ने कहा कि हम किसान पदयात्रा निकालते आ रहे हैं और कल भी निकालेंगे लेकिन फिलहाल स्थान तय नहीं है कि कल यह पदयात्रा कहां निकाली जाएगी| वहीं दूसरी ओर कांग्रेस एवं बसपा जैसे विपक्षी दल भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में खलल डालने के मूड में नजर नहीं आ रहे| ऐसे में माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम बेहद सफल रहेगा और वे किसान सम्मेलन के जरिए सरकार की बात किसानों तक पहुंचाने में कामयाब होंगे| मुख्यमंत्री के इस दौरे के कई मायने लगाए जा रहे हैं| क्योंकि सूबे में जल्दी ही पंचायत चुनाव होने हैं और भारतीय जनता पार्टी इस बार पार्टी के निशान पर प्रत्याशी उतारने जा रही है इसलिए मुख्यमंत्री का यह दौरा और भी अहम हो जाता है|