नीरज सिसौदिया, बरेली
ऑल इंडिया रियल फ़ॉर कल्चरल, एजुकेशनल, वेलफेयर सोसायटी एवं माँ गंगा बचाओ वेलफेयर सोसायटी परिवार ने स्वामी विवेकानंद जी की 158 वीं जयंती के अवसर पर अयूब खां चौराहा स्थित उनकी प्रतिमा पर भव्य माल्यार्पण कर, विचार गोष्ठी आयोजित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष रजनीश सक्सेना ने की ।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर मुख्य अतिथि संस्था सरंक्षक शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार ने माल्यार्पण कर किया।
इस अवसर पर संस्था परिवार के सदस्यों ने स्वामी जी प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने के उपरांत उनका जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर सभी ने श्री गंगा, गौ, बेटी, पर्यावरण बचाओ देश बचाओ के साथ रक्तदान महादान का संकल्प लिया। इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष रजनीश सक्सेना ने कहा कि स्वामी राम कृष्ण परमहंस के शिष्य राष्ट्र कुल गौरव स्वामी विवेकानंद जी युगपुरुष ही नहीं मानवता के लिए समर्पित सन्यासी थे।वह कष्ट से जूझ रहे लोगों की सेवा सहायता को किसी भी जप तप से ज्यादा महत्वपूर्ण मानते थे। उनका मानना था कि जीव व मनुष्य ईश्वर के अवतार हैं इसलिए मानव सेवा कर ईश्वर को प्रसन्न किया जा सकता है यहीं उनका सच्चा ज्ञान है।
मुख्य अतिथि डॉ.अरूण कुमार ने स्वामी विवेकानंद जी को युवाओं का पथप्रदर्शक बताते हुए कहा कि मात्र 39 वर्ष की आयु में ही संपूर्ण विश्व के युवाओं के लिए चिंतन के नवीन एवं रचनात्मक विचार खोल दिए शिकागो में महान उद्बोधन धर्म की नई परिभाषा राष्ट्रीय ज्योति जगाने और संकीर्ण विचारों से मुक्ति के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए।*संचालन प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष रस्तोगी एवं मुकेश तिवारी ने किया*।इस अवसर पर संस्था के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट के जन्मदिन के अवसर पर उनका भव्य माल्यापर्ण कर अभिनन्दन किया गया और सभी ने हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
वक्ताओं में सुधा सक्सेना, रचना सक्सेना, प्रतिभा जौहरी,पूजा शर्मा,सुरेंद्र बीनू सिन्हा, उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट, निर्भय सक्सेना,विमल सक्सेना, विशाल श्रीवास्तव,मुनीष गुप्ता,संजीव सक्सेना,मोहित जौहरी,पवन कालरा,राहुल श्रीवास्तव, हरजीत कौर,रवि सक्सेना आदि ने विचार व्यक्त किए। अन्त में आभार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कनिष्क शर्मा ने व्यक्त किया।