यूपी

पब्लिक टॉयलेट में श्रीराम की तस्वीरें रामभक्ति नहीं प्रभु का अपमान है, ढोंगी मेयर पर कार्रवाई करें योगी : डा. मो. खालिद

Share now

नीरज सिसौदिया, बरेली
आगरा में पब्लिक टॉयलेट में प्रभु श्रीराम के बैनर लगाना रामभक्ति नहीं बल्कि प्रभु की अपमान है. धर्म के नाम पर सियासत करने वालों का असली चेहरा टॉयलेट में लगे ये बैनर और पोस्टर उजागर कर रहे हैं. ऐसा करके जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले किसी भी सूरत में रामभक्त नहीं हो सकते. ये लोग सिर्फ धार्मिक उन्माद पैदा करके जनता की आस्था को आहत कर रहे हैं. सरकार को इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. ये बातें बरेली के पूर्व डिप्टी मेयर और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के महानगर अध्यक्ष डा. मोहम्मद खालिद ने कहीं.

आगरा में पब्लिक टॉयलेट पर लगा श्रीराम का बैनर

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सदियों बाद श्रीराम मंदिर निर्माण का पावन कार्य हो रहा है. इसके लिए विहिप और संघ की ओर से देशभर में निधि संग्रह अभियान चलाया जा रहा है. लोग घर घर जाकर समर्पण निधि एकत्र कर रहे हैं लेकिन धर्म के नाम पर सियासत करने वाले कुछ पाखंडी जनता की आस्था को आहत कर श्रीराम को ही अपमानित करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि हिन्दू हो या मुस्लिम, भगवान और अल्लाह के स्थान बेहद पाक या पवित्र होता है. हम चाहे अल्लाह के दरबार में जाएं या ईश्वर के मंदिर में, अपने जूते-चप्पल उतारने के बाद ही प्रवेश करते हैं. मस्जिद हो या घर पर बने मंदिर में अगरबत्ती करनी हो, पहले स्नान या हाथ पैर धोने के बाद ही जाते हैं. प्रभु की पूरा करने से पहले पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जाता है. ऐसे में आगरा के मेयर की ओर से पूरे शहर के पब्लिक टॉयलेट पर श्रीराम के बैनर लगाना क्या श्रीराम का अपमान नहीं? मेयर की यह हरकत स्पष्ट करती है कि मेयर सिर्फ ढोंग कर रहे हैं, रामभक्ति नहीं. खालिद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक तरफ तो हिन्दुत्व का दंभ भरती है और दूसरी तरफ प्रभु श्री राम का अपमान करने वालों को संरक्षण दे रही है. इससे भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर होता है. अगर भाजपा को वाकई प्रभु श्री राम पर आस्था है तो उसे टॉयलेट में श्रीराम के बैनर लगाकर आस्था से खिलवाड़ करने वाले आगरा के मेयर को तत्काल इसकी सजा देनी चाहिए अन्यथा हिन्दुत्व की खोखली राजनीति को छोड़ देना चाहिए.
डा. खालिद ने कहा कि मैं खुद एक मुस्लिम हूं लेकिन सभी धर्मों का बराबर सम्मान करता हूं क्योंकि धर्म भले ही अलग अलग हों पर ईश्वर एक है. ऐसे में अगर कोई लोगों की आस्था से खिलवाड़ करता है तो मेरी भावनाएं भी आहत होती हैं. मैं एक जनप्रतिनिधि हूं और इस नाते मेरा कर्तव्य बनता है कि मुझे हर धर्म के नागरिक की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए. जो लोग प्रभु का अपमान करते हों उन्हें जनप्रतिनिधि कहलाने का कोई हक नहीं होना चाहिए. मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से अपील करता हूं कि टॉयलेट में प्रभु श्रीराम की तस्वीर लगे बैनर लगाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. जिससे कोई भी कभी भी किसी भी धर्म के लोगों की भावनाओं को आहत करने के बारे में सोच भी न सके. उन्होंने कहा कि योगी जी मेयर के खिलाफ कार्रवाई कर पूरी दुनिया के सामने एक मिसाल पेश करनी चाहिए.

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *