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सेहत की बात : टेनिस एल्बो, छोटी सी बीमारी पड़ सकती है भारी, कारण और निवारण बता रहे हैं प्रसिद्ध ऑर्थो सर्जन डा. प्रमेंद्र माहेश्वरी

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टेनिस एल्बो एक सामान्य सी बीमारी है जो किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकती है. इस बीमारी को टेनिस एल्बो का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि पश्चिमी देशों में यह बीमारी ज्यादातर टेनिस खेलने वाले लोगों पाई जाती थी. अपने देश में यह बीमारी ज्यादातर उन लोगों में देखने को मिलती है जो हैवी वर्क करते हैं. ज्यादा एक्सरसाइज करने की वजह से भी यह बीमारी हो सकती है. आम तौर पर टेनिस, बैडमिंटन और क्रिकेट खेलने वाले लोग इसके शिकार होते हैं. क्रिकेट के भगवान के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इस बीमारी के आइकॉन कहे जाते हैं क्योंकि टेनिस एल्बो की वजह से उन्हें सर्जरी करानी पड़ी थी. हालांकि 99 फीसदी टेनिस एल्बो के मरीजों को सर्जरी की आवश्यकता ही नहीं पड़ती और वह आसानी से ठीक हो जाते हैं. महिलाओं में यह बीमारी घरेलू काम करने की वजह से होती है. जैसे- किसी चीज का ढक्कन बार-बार खोलना, कोई लॉक बार-बार खोलना, कपड़े निचोड़ना, रोटी बेलना जैसे कामों की वजह से भी टेनिस एल्बो हो सकता है. इसे लेकर कई युवक-युवतियां हमारे गंगाचरण हास्पिटल में आते हैं.

टेनिस एल्बो के बारे में बताते डा. प्रमेंद्र माहेश्वरी.

ऐसे करें पहचान
टेनिस एल्बो के मरीज को कोहनी के बाहरी हिस्से में असहनीय दर्द होता है. जब वह कोई काम करता है, पानी का गिलास उठाता है, पानी का जग उठाता है, बुक उठाता है या अपना बैग उठाता है और उस वक्त उसे असहनीय पीड़ा हो तो समझिये आपको भी टेनिस एल्बो है. बेसिकली हमारे हाथों की जो नसे होती हैं या मांसपेशियां होती हैं उनमें सूजन आ जाती है जिसकी वजह से किसी खास एक्टिविटी (जैसे-कपड़े निचोड़ना, रोटी बेलना, बुक उठाना आदि) में असहनीय दर्द होता है.
क्या है उपचार
टेनिस एल्बो वैसे तो बेहद सामान्य सी बीमारी है जिसका इलाज भी बेहद सामान्य है. इसमें सबसे पहले मरीज को रेस्ट करना होता है. अगर आपको किसी खास एक्टिविटी को करने में असहनीय दर्द हो रहा है तो उस एक्टिविटी को बिल्कुल न करें. यह दर्द किसी लोशन से ठीक नहीं होगा लेकिन अगर आप शुरुआती स्टेज में हैं तो आपको डॉक्टर को दिखाने की भी आवश्यकता नहीं है. आप खुद भी पेन किलर ले सकते हैं लेकिन रेस्ट जरूरी है. इसके लिए इंडोमीथासीन नाम की दवा बेहद लाभकारी है. इसकी 50मिलीग्राम के एक-एक गोली दिन में दो बार सुबह और शाम को लें. टेनिस एल्बो अपने आप ठीक हो जाएगा. जो लोग रेस्ट नहीं करते और बार-बार काम करते रहते हैं वे परेशान होते हैं. उन्हें ठीक होने में लगभग सात से दस दिन का वक्त लगता है. इसका इलाज कोई महंगा नहीं होता. 99 प्रतिशत मरीजों को सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती लेकिन अगर कोई खिलाड़ी बार बार खेलता ही रहता है तो नौबत सर्जरी तक आ सकती है. कई बार मरीज को एल्बो बैंड भी दिया जाता है जिससे उस पार्ट की मूवमेंट न हो सके. कई बार फिजियोथेरेपी भी करानी पड़ती है. जब ज्यादा अनदेखी हो तो सर्जरी ही एकमात्र विकल्प बचता है. लेकिन ज्यादा लापरवाही की वजह से कई बार लोगों के हाथ बेकार भी हो सकते हैं.
प्रस्तुति-डा. प्रमेंद्र माहेश्वरी, वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन, गंगाचरण हॉस्पिटल, बरेली

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