नीरज सिसौदिया, बरेली
कोरोना काल में जब अपने भी दूरी बना रहे हैं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता सेवा और समर्पण की नई इबारत लिख रहे हैं. ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है जब एक व्यक्ति अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार कराने में असमर्थ था. उसके अपने दिल्ली में थे और आस पड़ोस का कोई भी व्यक्ति शव को हाथ लगाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहा था तो महानगर के छह स्वयंसेवक उसके मददगार बने और पूरे रीति रिवाज से महिला को अंतिम विदाई दी गई.
आरएसएस के महानगर प्रचारक विक्रांत ने बताया कि संघ की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है जिस पर कोरोना काल में लोगों की मदद की जा रही है. उस नंबर पर दिल्ली से एक युवक का फोन आया था. युवक ने बताया कि उसकी मामी का निधन हो गया है. बरेली में उसके मामा अकेले रहते हैं इसलिए मामी के अंतिम संस्कार के लिए कुछ स्वयंसेवकों की मदद चाहिये. इस पर हेल्पलाइन पर उसे पूरी मदद का भरोसा दिलाया गया. युवक ने बताया कि दोपहर साढ़े तीन बजे वह सिटी श्मशान भूमि पर अंतिम संस्कार करना चाहते हैं. इसके बाद संघ की ओर से उनकी मदद को छह स्वयंसेवक भेजे गए. स्वयंसेवकों ने अंतिम संस्कार हेतु जरूरी व्यवस्था भी कराई. इसके बाद गमगीन माहौल में महिला का अंतिम संस्कार कराया गया.