नीरज सिसौदिया, बरेली
विधानसभा के सियासी दंगल में 120 भोजीपुरा विधानसभा सीट पर अबकी बार मेवाती समाज की अनदेखी समाजवादी पार्टी को भारी पड़ सकती है. एक ही सीट से तीन दावेदार मैदान में हैं और ग्रामीण इलाकों में बसर करने वाले समाज के लोग एकजुट होकर अपने नेता को टिकट देने की मांग कर रहे हैं.
मेवाती समाज से ताल्लुक़ रखने वाले समाजवादी पार्टी से टिकट के मजबूत दावेदार माने जा रहे हाजी तसव्वर खां ने विभिन्न गांवों का दौरा किया और मेवाती समाज के लोगों के साथ बैठकें भी कीं. इस दौरान मेवाती समाज के लोगों ने उन्हें समाजवादी पार्टी को वोट देने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह समाजवादी पार्टी को ही वोट करेंगे मगर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से वह मांग करते हैं कि इस बार उनके समाज के नेता को विधानसभा का टिकट दिया जाए.
विधानसभा क्षेत्र के गांव अभय पुर, अंबरपुर, नऊआ नंगला, डहिया आदि गांवों में बड़ी तादाद में मुस्लिम आबादी निवास करती है जिसमें ज्यादातर लोग मेवाती समाज से ही ताल्लुक रखते हैं. इन लोगों का कहना था कि प्रदेश में मेवाती समाज के वोटरों की संख्या लगभग 40 लाख से भी अधिक है. इसके बावजूद आजादी के बाद से लेकर आज तक मेवाती समाज के नेता को विधायक बनने का मौका नहीं दिया. जब से समाजवादी पार्टी का गठन हुआ है तब से मेवाती समाज साइकिल को ही वोट देता आ रहा है लेकिन समाजवादी पार्टी ने भी अब तक उन्हें उनका बनता हक नहीं दिया है. यही वजह है कि उनका समाज आज तक तरक्की नहीं कर सका है और उनके बच्चों का भविष्य भी अंधकारमय है.
उनका कहना था कि भोजीपुरा विधानसभा सीट पर लगभग 60 हजार से भी अधिक वोट मेवाती समाज का है लेकिन टिकट महज 20 हजार की आबादी वाले अंसारी समाज के बाहरी नेता को दिया जाता है. इस बार हमारे समाज को भी मौका मिलना चाहिए. बता दें कि मेवाती समाज से तीन दावेदार टिकट की कतार में खड़े हैं जिनमें हाजी तसव्वर खां सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.
अगर समाजवादी पार्टी अबकी बार मेवाती समाज की उपेक्षा नहीं करती है तो हाजी तसव्वर खां की राह आसान हो जाएगी. बहरहाल, टिकट किसके पाले में जाएगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन मेवाती समाज की अनदेखी पार्टी के लिए मुश्किल जरूर खड़ी कर सकती है.