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भोजीपुरा के ढाई सौ से भी ज्यादा गांवों का दिल जीत चुके हैं हाजी तसव्वर खां, घबराए सियासी मेढक भी निकले चुनावी बरसात में, पढ़ें सियासी जंग की दास्तान…

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नीरज सिसौदिया, बरेली
चुनावी बरसात में सियासी मेढक भी अपने बिलों से निकलने लगते हैं. कुछ ऐसा ही नजारा इन दिनों भोजीपुरा विधानसभा सीट पर देखने को मिल रहा है. यहां पिछले कई महीनों से लगभग ढाई सौ से भी ज्यादा गांवों की पगडंडियां मापने वाले समाजवादी पार्टी के टिकट के प्रबल दावेदार हाजी तसव्वर खां को जब अपार समर्थन मिलने लगा तो कुछ सियासी मेढक भी अपने बिलों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए. दिलचस्प बात यह रही कि जिस दिन सियासी मेढक बाहर निकले उसी दिन इंद्र देव ने भी बरसात शुरू कर दी. अब बेचारे सियासी मेढक परेशान हो गए. इन मेढकों ने दो-चार गांवों का दौरा किया और फोटो खिंचवा कर चलते बने. वहीं, बरसात के बावजूद हाजी तसव्वर खां का अभियान हमेशा की तरह बदस्तूर जारी रहा. उन्होंने बरसात वाले दिन भी लगभग 32 गांवों का दौरा किया. इनमें भूड़ा, नगरिया कला, करमपुर चौधरी, पिपरिया रामदयाल, सैदपुर, मुड़िया अहमद नगर, रिठौरा, गगोरी, गंगोरा, कोल्लमपुर, सुरला, अभयपुर जैसे तमाम गांव शामिल हैं. दिलचस्प बात यह रही कि इनमें से ज्यादातर गांवों में मुस्लिमों के साथ-साथ भारी संख्या में हिन्दू समर्थक भी हाजी तसव्वर खान के स्वागत को उमड़े.


हाजी तसव्वर खान जिस तरह से गांवों की पगडंडियां नाप रहे हैं उससे स्पष्ट है कि अगर जमीनी सर्वे के आधार पर टिकट का बंटवारा हुआ तो हाजी तसव्वर खां सभी मुस्लिम दावेदारों को धूल चटाते नजर आएंगे. फिर चाहे वे पूर्व विधायक हों या मंत्री.

हाजी तसव्वर खां का चुनावी पथ जिस तेजी से गांव-गांव घूम रहा है उससे समाजवादी पार्टी भी जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है. खास तौर पर मेवाती समाज भोजीपुरा के इतिहास में पहली बार किसी दावेदार के पक्ष में एकजुट नजर आ रहा है. यह एकजुटता निश्चित तौर पर सियासी हवाओं का रुख बदलती नजर आ रही है. ऐसा लगता है कि अब तक अनपढ़ और पिछड़ों में गिना जाने वाला मेवाती समाज भोजीपुरा सीट पर अपनी एकजुटता की ताकत को पहचान चुका है. यही वजह है कि चुनावी बरसात में बाहर निकलने वाले बाहरी विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले सपा के टिकट के लिए दावेदारी करने वाले सियासी मेढकों की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं.

भोजीपुरा सीट पर सपा की जीत अब चेहरे पर निर्भर करेगी. अगर समाजवादी पार्टी यहां से सही चेहरे को मैदान में उतारती है तो निश्चित तौर पर यह सीट सपा के पाले में ही जाएगी क्योंकि भोजीपुरा के गांवों की जनता का मिजाज अब बदलाव की इबारत लिखने को बेताब है.

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