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भाजपाइयों के होश उड़े, छा गए कलीमुद्दीन, जाटव समाज की महिलाएं भी परिवार सहित उतरीं समर्थन में, पढ़ें क्या है पूरा मामला?

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नीरज सिसौदिया, बरेली
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव विजय रथ लेकर आगे बढ़ते जा रहे हैं वहीं बरेली में मोहम्मद कलीमुद्दीन भाजपा के किले को भेदते नजर आ रहे हैं। भाजपा के पदाधिकारी और उनके परिवारीजन भी अब खुलकर कलीमुद्दीन के समर्थन में आगे आ चुके हैं। राठौर, कुर्मी, वाल्मीकि जैसे समाज के लोगों से बाद अब जाटव समाज के लोगों ने भी कलीमुद्दीन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उन्हें विधायक बनाने का ऐलान कर दिया है। इसका जीता जागता उदाहरण सोमवार को उस वक्त देखने को मिला जब कलीमुद्दीन भाजपा के गढ़ अंबेडकर चौक इलाके में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। यहां सैकड़ों की तादाद में जाटव और विभिन्न समाज की महिलाएं कलीमुद्दीन जिंदाबाद के नारे लगाती नजर आईं। बता दें कि वीर सावरकर नगर के पास स्थित यह इलाका पिछले चुनावों तक भाजपा का गढ़ हुआ करता था। यहां का अधिकांश जाटव समाज भी हमेशा बसपा की जगह भाजपा के साथ खड़ा नजर आता था। यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव हो या पार्षद का चुनाल, इस इलाके से समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी कभी जीत हासिल नहीं कर सका जबकि इस वार्ड में सपा का दबदबा रहा। अब सपा नेता और बरेली शहर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट के प्रबल दावेदार मोहम्मद कलीमुद्दीन ने भाजपा के इस किले में भी सेंध लगाने में सफलता हासिल कर ली है। अंबेडकर चौक पर आयोजित सभा में उमड़ा महिलाओं का हुजूम इसकी गवाही खुद ब खुद दे रहा था।


स्थानीय लोग बताते हैं कि पिछले लगभग दो दशक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई युवा मुस्लिम नेता यहां पर महिलाओं की इतनी बड़ी सभा कराने में सफल साबित हुआ है। इससे उक्त इलाके में भाजपा की बुनियाद जरूर हिलती नजर आने लगी है। सभा में शामिल महिलाओं का उत्साह यह स्पष्ट संदेश दे रहा था कि सपा की साइकिल अब इस इलाके में बेरोकटोक दौड़ेगी।
इस मौके पर जाटव समाज की ओर से मोहम्मद कलीमुद्दीन का फूलमालाओं से भव्य स्वागत भी किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए कलीमुद्दीन ने कहा कि भाजपा के राज में किसी का भी भला नहीं हुआ। जाति धर्म की राजनीति अब बहुत हो चुकी। अगर हमें विकास चाहिये तो इस जाति धर्म की राजनीति को तिलांजलि देनी होगी। हम सभी को एक प्लेटफॉर्म पर आना होगा। अगर हम सभी एकजुट हुए तो निश्चित तौर पर प्रदेश में इस बार भाजपा की हार और सपा की सरकार होगी। इसलिए जाति धर्म की राजनीति करने वालों को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि आज सरकार से हर कोई परेशान है। विकास कहीं नजर नहीं आया और गरीब का जीना भी दूभर हो चुका है।
सभा में मौजूद लोगों ने एक सुर में कलीमुद्दीन को विधायक और प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने का संकल्प लिया।


बहरहाल, कलीमुद्दीन ने जो काम कर दिखाया है वह पहले कोई भी नहीं कर पाया। पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से कलीमुद्दीन भाजपा प्रभावित इलाकों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने में कामयाब हुए हैं उसने यह साबित कर दिया है कि वर्तमान में टिकट के दावेदारों में कलीमुद्दीन एकमात्र ऐसा चेहरा हैं जो पार्टी की जीत में निर्णायक भूमिका अदा कर सकते हैं। इसी के साथ ही कलीमुद्दीन की दावेदारी भी और मजबूत हुई है।
सभा में मुख्य रूप से सैयद जमील अहमद, कृष्ण पाल, लक्ष्मी सिंह, सुरेश, भगवानदास, संतोष सहित बड़ी तादाद में अन्य लोग भी मौजूद थे।

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