बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
झुमरा पहाड़ के गांवों में एक सप्ताह से हाथियों के आंतक अभी थमा नहीं है और ऊपरघाट के गांवों में आंतक से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। बुधवार की रात ऊपरघाट के डेगागढ़ा, लहिया और पलामू के बड़काडीह में हाथियों का एक जोड़ा का उत्पात से गांव के गा्रमीण सहम गए है। डेगागढ़ा के मोहन मुर्मू और बड़काडीह के लोधा मांझी के खपरैल घर को ध्वस्त कर अनाज को चट कर गए। लहिया के सुल्तान अंसारी का चाहरदिवारी तोड़कर खेत में लगे रवि फसल को नष्ट कर दिया। हांलाकि हाथियों के गरजन सूनकर मोहन मुर्मू और लोधा मांझी सपरिजन भाग कर अपनी-अपनी जान बचायी।
ग्रामीणों ने बताया कि घर में रखे चावल, धान और गेंहु खा गए। सूचना पाकर वन विभाग की टीम घटनास्थल का दौरा कर क्षतिपूर्ति की जायजा लिए। दूसरी, और आजसू के प्रखंडध्यक्ष संतोष उजागर और मुखिया प्रतिनिधि ललन मुंडा राय पीड़ित परिवार को ढाढंस बंधाया और प्रखंड के बीडीओ, सीओ को सूचना दिए और उचित मुआवजा दिलाने की बात कही। बेरमो वन क्षेत्र के वनपाल रामेश्वर हाजरा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हाथियों का भगाने की प्रयास किया जा रहा है।
झुमरा पहाड़ के गांवों में एक सप्ताह से आंतक जारीः हाथियों के द्वारा पिछलें एक सप्ताह से झुमरा पहाड़ के तलहटियों में बसे कई गांवों में आंतक मचा रखें है। शीतलहरी के बावजूद ग्रामीण अपने-अपने छतों पर सो रहें है। यहां पर 15-16 हाथियों के झुडों ने हर दिन किसी ना किसी गांव पर घुस जाए रहें है। कईकों का घर तोड़ दी। एक मारूती वैन भी क्षतिग्रस्त कर दिया। रात में रोला, भितिया, बड़कीपुन्नू व कुसूमडीह सहित कई गांव के लोग रतजगा भी कर रहें है।