नीरज सिसौदिया, टनकपुर
उत्तराखंड के चंपावत जिले में उपजिलाधिकारी, सदर अनिल चन्याल लापता हो गए हैं। कोतवाली चंपावत में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस, एसओजी और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की तीन टीमें चन्याल की खोज में जुट गई हैं। उधर कुमाऊं के आयुक्त दीपक रावत ने मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी नरेंद्र भंडारी को सर्विलांस और सीसीटीवी सहित अन्य माध्यमों से उपजिलाधिकारी की तलाश के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा ने बताया कि उपजिलाधिकारी, सदर के साथ सुरक्षा ड्यूटी में तैनात होमगार्ड रमेश राम ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा है कि शनिवार शाम उपजिलाधिकारी ने उनसे और वाहन चालक को जाने के लिए और सोमवार को आने को कहा था। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मी जब सुबह उनके घर पहुंचा तो उसे ताला लगा मिला, मोबाइल फोन से संपर्क करने पर वह भी बंद मिला। इस पर उसने इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारी को दी। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में जब चन्याल के आवास का ताला तोड़ा गया तो वहां सब कुछ सामान्य था अलबत्ता उनका फोन मेज पर रखा था और उसके साथ एक पर्ची थी जिसपर लिखा था कि इसे जिलाधिकारी के यहां जमा करा देना। इसके बाद सुरक्षा कर्मी की ओर से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गयी। सूत्रों के अनुसार, उपजिलाधिकारी पिछले कुछ दिनो से तनाव में थे और 15 दिन के अवकाश पर जाना चाहते थे, लेकिन दैवीय आपदा के चलते पर् प्रदेश में अवकाश लेने पर रोक लगी थी। पिथौरागढ के गंगोलीहाट तहसील के रहने वाले चन्याल का परिवार कुछ वर्षों से हल्द्वानी में रह रहा है। उनके परिजनों और रिश्तेदारों से भी पुलिस और प्रशासन ने संपर्क किया, लेकिन उनसे भी उनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।