मनोरंजन

मर्डर, म्यूज़िक और मिस्ट्री से जीवित होगी सिद्धू मूसावाला की कहानी, जुपिंदरजीत सिंह की किताब ‘हू किल्ड मूसेवाला’? को पर्दे पर‌ पेश करने की तैयारी

Share now

पूजा सामंत, मुंबई

प्रतिष्ठित प्रोडक्शन हाउस मैचबॉक्स शॉट्स को मेंटर करने का श्रेय जाने-माने फ़िल्मकार श्रीराम राघवन को जाता है. उनके नेतृत्व में प्रोडक्शन हाउस ने अब तक ‘अंधाधुन’, ‘मोनिका ओह माय डार्लिंग’ और ‘स्कूप’ जैसी कई रोचक कहानियों को दर्शकों के सामने बड़े ही दिलचस्प तरीके से पेश किया है.

अब ताज़ा ख़बर ये है कि मैचबॉक्स शॉट्स ने ‘हू किल्ड मूसेवाला’? नामक किताब के अधिकार ख़रीद लिये हैं. जाने-माने गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की पड़ताल करती इस चर्चित किताब को अपराध जगत को कवर करने वाले पत्रकार जुपिंदरजीत सिंह ने लिखा है.

यह किताब ऊर्जा से भरपूर पंजाबी म्यूज़िक इंडस्ट्री की पृष्ठभूमि में, शुभदीप सिंह सिद्धू के नाम से लोकप्रिय रहे सिद्धू मूसेवाला के जीवन में घुसपैठ करने वाले अपराध जगत, उनकी शोहरत और मौत की त्रासदी की बड़ी बारीक़ी से पड़ताल करती है.

उल्लेखनीय है कि इस किताब में पंजाब में ड्रग्स और हिंसा के बढ़ते तांडव के ज़रिए गैंगस्टरों के बढ़ते प्रभाव को बड़ी ही गहराई के साथ पेश किया गया है. किताब में उल्लेखित कहानी मिस्ट्री से आगे जाकर‌ अक्सर ग्लैमराइज़ की जाने वाली पंजाबी संगीत की दुनिया के डरावने राज़ को बड़े ही बेलाग तरीके से उजागर करने की व्यापक कोशिश करती है.

 

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर‌ पंजा‌बी गीतों को अपने ही अंदाज़ में गाने के लिए‌ बेहद मशहूर रहे सिद्धू मूसेवाला की गायिकी का अंदाज़ कुछ ऐसा था कि दुनिया भर के युवा सिद्धू के गानों से ख़ुद को जुड़ा हुआ महसूस करते थे. शुभदीप सिंह सिद्धू के इस नये अवतार को लोगों ने हाथों हाथ लिया और सिद्धू मूसावाला के रूप में उसे अपने‌ दिलों में जगह दी. ग़ौरतलब है कि काम के साथ साथ विवादों ने भी उनका ख़ूब पीछा किया. वो अपने गानों के ज़रिए ऐसे मसलों और घटनाओं पर रौशनी डाला करते थे कि लोग अक्सर उनसे गहरा जुड़ाव महसूस किया करते थे. ये बड़े ही दुख की बात है कि उनके शोहरत का‌ ये सफ़र अधूरा रह गया और‌ हैरतअंगेज तरीके से उनकी जीवन लीला को समाप्त कर दिया गया. ‘हू किल्ड मूसेवाला’? नामक किताब सभी को हैरान‌ करने वाली‌‌‌ इसी घटना के तह में जाने की कोशिश करती है.

अपनी लिखी किताब को कहानी के रूप में पर्दे पर पेश किये जाने को लेकर जुपिंदरजीत सिंह काफ़ी उत्साहित नज़र आए. उन्होंने कहा, “जैसे सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर मेरी लिखी किताब प्रकाशित हुई, कई प्रोडक्शन कंपनियों ने मुझसे संपर्क करने की कोशिश की. एक प्रोडक्शन हाउस के रूप में मैचबॉक्स शॉट्स जिस तरह का दिलचस्प काम लोगों के सामने प्रस्तुत करता रहा है, उससे मैं काफ़ी प्रभावित रहा हूं. मुझे इस बात की ख़ुशी है कि मैचबॉक्स शॉट्स ने मेरी किताब के अधिकार ख़रीदकर इसे पर्दे पर‌ एक दिलचस्प अंदाज़ में पेश करने का फ़ैसला लिया है.”

 

मैचबॉक्स शॉट्स प्रोडक्शन कंपनी से जुड़ीं निर्माता सरिता पाटिल इस परियोजना के बारे में कहती हैं कि इसमें पंजाब में संगीत की लोकप्रियता और वहां होने वाले गैंग वॉर के आपसी रिश्तों की पड़ताल की जाएगी. वे कहती हैं, “पंजाबी म्यूज़िक सीन‌ और‌ अपराध जगत के आपसी रिश्तों की जटिल कहानियां मुझे हमेशा से रोमांचित और सोचने पर मजबूर करती रही हैं. जुपिंदरजीत द्वारा लिखी किताब ‘हू किल्ड मूसेवाला?’ में उल्लेखित रोचक विवरणों के चलते इस विषय को पर्दे पर पेश करने‌ के लिए हमें एक मुकम्मल‌ और बढ़िया कहा‌नी मिल गई‌ है.

दीक्षा ज्योति राऊत्रे आगे कहती हैं, “यह कहानी अपराध, शोहरत, पंजाब में संगीत के जबर्दस्त प्रभाव के अंतरसंबंधों पर आधारित होगी जिसे बड़े ही ज़हीन नज़रिए से जानने-समझने की ज़रूरत है.”

उल्लेखनीय है कि मैचबॉक्स शॉट्स से ताल्लुक रखने वाली दीक्षा ज्योति राऊत्रे के नेतृत्व में बनने जा रही ये परियोजना किसी फ़िल्म अथवा सीरीज़ से कहीं आगे जाकर‌ एक ऐसी काली स्याह दुनिया को लोगों के सामने‌ लाने की कोशिश‌ करेगी कि इसे देखकर‌ लोग दंग रह जाएंगे. इसमें मानवीय व्यवहारों, इंसानी विचारों की जटिलताओं और उससे प्रभावित होने वाली दुनिया को अनूठे ढंग से पेश‌ किया जाएगा. अब सिद्धू मूसेवाला पर लिखी किताब को एक फ़िल्म के रूप में पेश किया जाता है या फिर एक वेब सीरीज़ के तौर पर, जल्द इसका खुलासा भी मेकर्स की ओर से किया जाएगा.

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *