पूजा सामंत, मुंबई
भक्त वात्सल्य सेवा समिति, पद्मावती नगर विरार बेस्ट द्वारा आयोजित श्री मद्भागवत महापुराण की संगीतमय कथा में श्री धाम वृंदावन से आये हुए कथा वाचक राजकुमार मिश्र महाराज ने मधुर कथा सुनाते हुए बताया कि श्रीमद्भागवत महापुराण ग्रंथ स्वयं भगवान श्री कृष्ण का ही स्वरूप है।
इसलिए इस ग्रंथ का जो लोग दर्शन पूजन करके भावपूर्वक इसकी कथा सुनते हैं उनको इस घोर कलयुग में भगवान श्री कृष्ण की भक्ति प्राप्त होती है एवं उनका जीवन आनंदमय हो जाता है कथा के मुख्य यजमान श्री गणेश दयाकांत झा जी के नेतृत्व में उनके अनेक सहयोगियों द्वारा इस आयोजन की भव्य कलश यात्रा निकाली गई जिसमें हजारों लोग सम्मिलित हुए एवं सभी श्रद्धालुओं के द्वारा कथा श्रवण करना एवं कथा के मध्य भजनों में नृत्य करना और जोर जोर से जयकारे लगाना अद्भुत आनन्द से पण्डाल की शोभा बढ़ रही हैं ऐसा लगता है कि पद्मावती नगर में स्वयं श्री धाम वृंदावन ही चल कर आगया है इस कथा में हर वर्ग के लोग सम्मिलित हो रहे हैं चाहे मराठी हों गुजराती हों मारवाड़ी हों या फिर उत्तर भारतीय हों सभी एकजुट होकर कथा का आनंद ले रहे हैं अद्भुत दृश्य कथा पण्डाल का है कथा के आयोजक एवं मुख्य यजमान श्री गणेश दयाकांत झा जी ने अपनी समिति के सभी कार्यकर्ताओं के साथ अन्य सभी क्षेत्रवासियों व शहरवासियों से भी अपील किये हैं कि आप सभी कथा में सादर आमंत्रित है।