नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी के डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बनने के विरोध में पद्मश्री पुरस्कार लौटाने वाले अंतर्राष्ट्रीय पहलवान बजरंग पूनिया ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पटक-पटक कर मारा। नहीं…नहीं… यह सब कुश्ती के खेल के दौरान हुआ। दरअसल, राहुल गांधी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवानों का दर्द बांटने पहुंचे थे। इस दौरान पहलवानों को अखाड़े में देख राहुल भी अखाड़े में उतर गए। फिर क्या था कुश्ती चैंपियन बजरंग पूनिया ने उन्हें धो डाला। राहुल ने बजरंग पूनिया से हुई इस भिड़ंत की तस्वीरें सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट की हैं। उन्होंने लिखा है कि वर्षों की जीतोड़ मेहनत, धैर्य एवं अप्रतिम अनुशासन के साथ अपने खून और पसीने से मिट्टी को सींच कर एक खिलाड़ी अपने देश के लिए मेडल लाता है।
आज झज्जर के छारा गांव में भाई विरेंद्र आर्य के अखाड़े पहुंच कर ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया समेत अन्य पहलवान भाइयों के साथ चर्चा की।
सवाल सिर्फ एक है – अपने अखाड़े की लड़ाई छोड़ अगर इन खिलाड़ियों, भारत की बेटियों को अपने हक और न्याय की लड़ाई सड़कों पर लड़नी पड़े तो कौन अपने बच्चों को यह राह चुनने के लिये प्रोत्साहित करेगा?
यह किसान परिवार के निश्छल, सीधे एवं सरल लोग हैं, इन्हें तिरंगे की सेवा करने दीजिए। इन्हें पूरे मान और सम्मान के साथ भारत का सर गौरव से ऊंचा करने दीजिए।