नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
आगामी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपानीत केंद्र सरकार ने कांग्रेस को करारा झटका देते हुए पार्टी के सारे बैंक खाते सील कर दिए। साथ ही आयकर विभाग ने 210 करोड़ रुपए की रिकवरी का नोटिस भी थमा दिया है। कांग्रेस के साथ ही यूथ कांग्रेस के बैंक अकाउंट भी सील किए गए हैं। इन खातों में कांग्रेस को जनता से मिले चंदे की राशि भी जमा है। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की तालाबंदी करार दिया है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, हम लोगों को परसों यह जानकारी मिली कि जो चेक हम लोग जारी कर रहे हैं वो बैंक उस चेक का भुगतान नहीं कर रहे हैं। उस पर जब हमने आगे छानबीन की तो हमें बताया गया कि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के सारे अकाउंट सीज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स पर तालाबंदी हो गई है, कांग्रेस पार्टी के अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। हमारे देश में लोकतंत्र पर तालाबंदी हो गई है। यह कांग्रेस पार्टी के अकाउंट फ्रीज नहीं हुए हैं हमारे देश में डेमोक्रेसी फ्रीज हो गई है। हैरानी की बात यह है कि जब दो हफ्ते केवल चुनाव की घोषणा के लिए रह गए हों ऐसे समय में कांग्रेस पार्टी के अकाउंट फ्रीज करके यह सरकार क्या दिखाना चाहती है। और जिस आधार पर फ्रीज किए गए हैं वह हास्यपद है। न केवल कांग्रेस पार्टी के बल्कि गुरुवार की शाम को यूथ कांग्रेस पार्टी के अकाउंट भी सीज कर दिए गए। यूथ कांग्रेस और कांग्रेस दोनों के अकाउंट जो फ्रीज किए गए हैं 210 करोड़ रुपए की रिकवरी यूथ कांग्रेस और कांग्रेस से आयकर विभाग ने मांगी है। यह पैसा किसका है, ये कोई धनाढ्य पूंजीपतियों का या कॉरपोरेट्स बॉन्ड का पैसा नहीं है। ये पैसा उसका पैसा है जो हमने क्राउड फंडिंग के तौर पर ऑनलाइन जनता से प्राप्त किया है। लगभग 25 करोड़ रुपए हमारा इकट्ठा हुआ है। इसमें 95 प्रतिशत पैसा सौ-सौ रुपए से भी कम यूपीआई के माध्यम से जनता ने हमें दिया है। अजय माकन ने कहा कि यूथ कांग्रेस का जो पैसा है वह यूथ कांग्रेस की मेंबरशिप ड्राइव का पैसा है और वह पैसा इनकम टैक्स ने और भारत सरकार ने फ्रीज कर दिया है, यह बड़ी हैरानी की बात है। दूसरी तरफ कॉरपोरेट बॉन्ड का पैसा जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दे दिया है वो भारतीय जनता पार्टी के पास वह पूरा पैसा है और भारतीय जनता पार्टी उसे खर्च कर रही है तो लोकतंत्र कहां जिंदा रहेगा। मैं इसलिए आज आपको बताना चाहता हूं कि हमारे देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है, लोकतंत्र पर बेडि़यां लग गई हैं, लोकतंत्र में तालाबंदी हो गई है। ये कांग्रेस के अकाउंट के ऊपर बेडि़यां और तालाबंदी नहीं हैं ये लोकतंत्र के ऊपर तालाबंदी और बेडि़यां हैं। चुनाव से दो सप्ताह पहले अगर किसी भी पॉलिटिकल पार्टी के अकाउंट जब फ्रीज हो जाते हैं और उन पर तालाबंदी हो जाती है तो लोकतंत्र के लिए इससे बड़ी चिंता और दुख की बात नहीं है। क्या हमारे देश के अंदर एक पार्टी क ही सिस्टम रहेगा। क्या हमारे देश के अंदर वन पार्टी पॉलिटिक्स रहेगी। बाकी सभी पार्टियों के अकाउंट सज हो जाएंगे क्या बाकी पार्टियों को रहने का अधिकार नहीं है।
इसलिए सीज किए गए अकाउंट
अजय माकन ने बताया कि वर्ष 2018-19 के इनकम टैक्स के बेसिस पर यह रिकवरी मांगी गई है। अभी 2024 चल रहा है चुनाव आने वाले हैं। इसके दो कारण हैं। पहला कारण है कि 31 दिसंबर 2019 तक अपने अकाउंट सबमिट करने थे और शायद 40-45 दिन लेट अकाउंट सबमिट किया। अक्सर बहुत लोग लेट हो जाते हैं उसके बेसिस पर यह किया। दूसरा कारण यह है कि वर्ष 2018-19 चुनावी वर्ष था, उस चुनावी वर्ष की 199 करोड़ की प्राप्ति कांग्रेस पार्टी की थी जो चुनाव में खर्च हुए। उसमें से सिर्फ 14 लाख 40 हजार रुपए हमारे सांसदों और विधायकों ने कैश में जमा कराया। जो हमारे सांसदों और विधायकों की एक माह की तनख्वाह के पैसे थे और सिर्फ 14 लाख 40 हजार रुपए कैश में जमा कराए इसकी वजह से 210 करोड़ रुपए की रिकवरी की पैनल्टी कांग्रेस पार्टी पर लगा दी गई, यह कारण है। 2018-19 का किया हुआ आज जाकर पांच साल बाद में चुनाव की घोषणा से महज दो सप्ताह पहले हमारे अकाउंट फ्रीज कर दिए गए, यह बड़े शर्म की बात है। हम मांग करते हैं कि अगर अकाउंट फ्रीज होने चाहिए तो जो असंवैधानिक बॉन्ड जो भाजपा ने अपने अकाउंट में डाले हैं वो अकाउंट भाजपा के फ्रीज किए जाने चाहिए जो सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक बताए हैं।