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राज्यसभा चुनाव – भाजपा विधायक ने कांग्रेस को दिया वोट, तीन सीटें जीत गई कांग्रेस, पढ़ें क्या रहा परिणाम

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कर्नाटक में कांग्रेस के 3 और भाजपा का एक उम्मीदवार जीता
बेंगलुरु। कर्नाटक में मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन सीट जबकि भारतीय जनता पार्टी ने एक सीट जीती। उच्च सदन के लिए निर्वाचित हुए व्यक्तियों में अजय माकन, जीसी चंद्रशेखर और सैयद नसीर हुसैन (सभी कांग्रेस से) और भाजपा के नारायणसा के. भांडगे शामिल हैं। चुनाव में चार सीट के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें जनता दल (सेक्युलर) के उम्मीदवार डी. कुपेंद्र रेड्डी भी शामिल थे। चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई। भाजपा विधायकों में से एक, एस टी सोमशेखर ने कांग्रेस के अजय माकन के लिए मतदान किया, जबकि अन्य विधायक ए. शिवराम हेब्बार ने मतदान में भाग नहीं लिया। जद (एस) के उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी हार गए। भाजपा-जेडीएस गठबंधन को झटका लगा क्योंकि एक भाजपा विधायक ने कांग्रेस को वोट दिया।

कर्नाटक का परिणाम
पार्टी उम्मीदवार वोट
कांग्रेस अजय माकन 47
कांग्रेस सैयद नासिर हुसैन 47
कांग्रेस जीसी चंद्रशेखर 45
भाजपा नारायणसा भांडागे 47
जद (एस) कुपेंद्र रेड्डी 36

कर्नाटक के भाजपा विधायक सोमशेखर ने कांग्रेस को वोट दिया
बेंगलुरु। भारतीय जनता पार्टी और जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन को झटका देते हुए भाजपा विधायक एस टी सोमशेखर ने मंगलवार को कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को वोट दिया। भाजपा की ओर से इसकी पुष्टि की गई है। भाजपा नेताओं ने कहा कि सोमशेखर ने कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया और कहा कि पार्टी उनसे निपटने के लिए कानूनी विकल्प तलाशेगी। सोमशेखर भाजपा से नाराज हैं और पार्टी के खिलाफ बगावती रुख अपनाए हुए थे।
नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमें जानकारी मिली है कि सोमशेखर ने ‘क्रॉस वोटिंग’ की है। मेरा मानना ​​है कि लोग बार-बार धोखा देने को पसंद नहीं करते।’ पूर्व उपमुख्यमंत्री अशोक ने कहा, ‘मैंने वकील विवेक रेड्डी से सलाह ली है जो हमारे राज्य कानूनी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और उच्च न्यायालय के वकील हैं। हम अध्यक्ष से उनके (सोमशेखर) खिलाफ पहल करने और कानून के अनुसार कार्रवाई करने की संभावनाएं तलाशने के लिए कहेंगे। सोमशेखर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और मंत्री (भाजपा सरकार में) के रूप में कार्य किया था। उन्हें मैसूरु जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया था। अशोक ने सोमशेखर के फैसले को ‘राजनीतिक आत्महत्या’ करार दिया।

हिमाचल प्रदेश : भाजपा ने लगाया आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस विधायक सुदर्शन सिंह बब्लू को मतदान के लिए हेलीकॉप्टर में लाया गया था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू उन्हें लेने गए और वोट डालने के लिए उन्हें आधिकारिक कार में लाया गया। पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग से इस मामले पर गौर करने का आग्रह किया है क्योंकि यह चुनाव को प्रभावित करने जैसा है। उन्होंने आगे आरोप लगाया, “हमें चुनाव आयोग को शिकायत सौंपने से रोका गया… हम चाहते थे कि जब तक चुनाव आयोग इस मामले पर गौर न कर ले, तब तक मतगणना रोक दी जाए… इसके बाद भी मतगणना नहीं रोकी गई। सिर्फ एक वोट नहीं बल्कि कई वोट प्रभावित हुए हैं।”

भाजपा विधायकों ने किया पार्टी व्हिप का उल्लंघन, शिकायत दर्ज कराएंगे : अशोक
कर्नाटक विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष आर अशोक का कहना है कि पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए भाजपा विधायक एसटी सोमशेखर और शिवराम हेब्बार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी। उन्होंने कहा कि दोनों विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा आलाकमान को भी पत्र लिखेंगे।

किस राज्य में कितनी सीटों पर चुनाव
उत्तर प्रदेश 10
कर्नाटक 04
हिमाचल प्रदेश 01
कुल 15

विपक्ष के नेताओं ने मतगणना अधिकारियों को धमकाया : सीएम सुक्खू
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद कुछ देर तक मतगणना रुकी रही। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता राज्य में मतगणना अधिकारियों को धमकी दे रहे थे। पत्रकारों से बात करते हुए सुक्खू ने कहा, ”विपक्ष के नेताओं ने लंबे समय तक गिनती रोके रखी।” सुक्खू ने कहा, “मैं हिमाचल भाजपा नेताओं से कहना चाहता हूं कि लोगों पर ज्यादा दबाव न डालें।” सुक्खू ने आगे आरोप लगाया कि सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस का काफिला पांच से छह कांग्रेस विधायकों को ले गया। उन्होंने कहा, ”मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जो विधायक गए थे, उनके परिवार वाले उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें अपने परिवार से जरूर संपर्क करना चाहिए। चिंता की कोई बात नहीं है।” उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में सत्तारूढ़ सरकार और विपक्ष दोनों होते हैं, लेकिन विपक्ष हिमाचल में जिस तरह की गुंडागर्दी का सहारा लेने की कोशिश कर रहा है, उसे हिमाचल प्रदेश के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे।”

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