नीरज सिसौदिया, बरेली
बरेली कैंट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ते गंगापुर के रामलीला मैदान में रविवार को समाजवादी पार्टी ने पीडीए सम्मेलन के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन कर एकजुटता का संदेश दिया। मंच पर कैंट विधानसभा सीट के दिग्गज नेता, टिकट के दावेदार, कार्यकर्ता और संगठन के पदाधिकारी जुटे तो हजारों की भीड़ ने वर्ष 2027 के विधानसभा चुनावों का शंखनाद कर डाला। यूं तो कैंट विधानसभा क्षेत्र में डॉक्टर अनीस बेग जैसे नेता व्यक्तिगत स्तर पहले भी पीडीए सम्मेलन का आयोजन कर चुके हैं लेकिन संगठन के स्तर पर पार्टी के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष रोहित राजपूत की ओर से पहली बार इतने बड़े पैमाने पर पीडीए सम्मेलन का आयोजन किया गया है। पीडीए का यह सम्मेलन कई मायनों में अहम माना जा रहा है। हालांकि, इस आयोजन के पीछे पिछले दिनों बरेली दौरे पर आए कैंट विधानसभा प्रभारी अनुराग सिंह पटेल के दौरे सा असर भी माना जा रहा है क्योंकि यह आयोजन उनके आगामी दौरे से ठीक पहले किया गया है। पटेल चार जून को बरेली आने वाले हैं।
दिलचस्प बात यह रही कि यह सम्मेलन एक साथ कई संदेश दे गया। इस सम्मेलन में कैंट सीट से टिकट के प्रबल दावेदार डॉक्टर अनीस बेग और राजेश अग्रवाल सहित अन्य भी मंच पर नजर आए। साथ ही पूर्व प्रत्याशी सुप्रिया ऐरन भी दिखाई दीं। सुप्रिया ने फिलहाल शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
यह सम्मेलन इसलिए भी अहम है क्योंकि इसका आयोजन भाजपा के गढ़ में किया गया। दूसरा समाजवादी पार्टी की महानगर ईकाई ने इस सम्मेलन के माध्यम से यह भी दिखाने का प्रयास किया है कि संगठन कहीं से भी कमजोर नहीं है और आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को कड़ी टक्कर देने का दम रखता है। तीसरा सभी दावेदारों को एक मंच पर बिठाकर किसी भी तरह की गुटबाजी और अंतर्विरोध की संभावनाओं को खारिज करने का प्रयास किया गया है। और इसका पूरा श्रेय महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी को जाता है।

सुल्तानी के लिए यह चुनाव करो या मरो की स्थिति वाला है। क्योंकि पिछले पांच साल के कार्यकाल में समाजवादी पार्टी महानगर में एक भी चुनाव नहीं जीत सकी है हालांकि सुल्तानी के कमान संभालने के बाद पार्टी का प्रदर्शन जरूर पहले से कई गुना अधिक बेहतर हुआ है।
पिछले विधानसभा चुनाव ऐसे वक्त में हुए जब शमीम खां सुल्तानी के अध्यक्ष पद की कमान संभालते ही कोरोना आ गया और लॉकडाउन लग गया। तब सुल्तानी के पास यह वजह थी कि उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें समय नहीं मिल पाया। लेकिन अब पांच साल हो चुके हैं और शमीम खां सुल्तानी को पर्याप्त समय भी मिल चुका है। ऐसे में अगर पार्टी सफल नहीं होती है तो इसका ठीकरा भी सुल्तानी के सिर ही फोड़ा जाएगा।
अखिलेश यादव ने इस बार सूझबूझ दिखाते हुए संगठन को मजबूत करने की जो कवायद शुरू की है उसका असर बरेली महानगर में फिलहाल दिखने लगा है। रविवार को हुआ पीडीए सम्मेलन इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
सियासी जानकारों की मानें तो इस बार सभी दावेदारों को इस तरह के सम्मेलनों का हिस्सा इसलिए भी बनाया जा रहा है ताकि चुनावी मौसम में संगठन ही संगठन नजर आए, दावेदार व्यक्तिगत तौर पर दिखाई न दे। जैसा कि आम तौर पर अब तक के चुनावों में होता रहा है। इससे एक तरफ जहां पार्टी का प्रचार होगा, वहीं टिकट न पाने वाले दावेदारों की बगावत भी कोई खास असर नहीं दिखा पाएगी। ठीक उसी तरह जिस तरह से भाजपा चुनाव लड़ती आ रही है।
इस सम्मेलन का आयोजन समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर प्रदेश सचिव और पूर्व जिला अध्यक्ष शुभलेश यादव विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कैंट विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष रोहित राजपूत को इस सम्मेलन के आयोजन के लिए डॉक्टर अनीस बेग और राजेश अग्रवाल सहित अन्य दावोदारों ने बधाई भी दी। सम्मेलन में महानगर महासचिव दीपक शर्मा, महिला सभा की जिला अध्यक्ष स्मिता यादव, दिनेश यादव, महिला महानगर अध्यक्ष गजल अंसारी और साधना लोधी सहित कई प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे। डॉ अनीस बेग ने भी इस सम्मेलन को संबोधित किया।
इस अवसर पर सुरेंद्र सोनकर, पम्मी वारसी, हरिओम प्रजापति, रामसेवक प्रजापति, गोविंद सैनी, महेंद्र राजपूत, महेंद्र विक्रम, लक्ष्मण राणा, अरविंद राजपूत, इश्तियाक सकलैनी और रणवीर सिंह सहित कई अन्य लोग भी उपस्थित थे।
सम्मेलन में समाजवादी पार्टी के आगामी कार्यक्रमों और रणनीतियों पर चर्चा की गई और कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया गया। इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने समाजवादी पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और आगामी चुनावों में पार्टी की जीत के लिए काम करने का संकल्प लिया।