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भाजपा को मिले कई नए प्रदेश अध्यक्ष, अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्वाचन की दिशा में आगे बढ़ी पार्टी, पढ़ें कब तक होंगे चुनाव?

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नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कुछ राज्यों की इकाइयों के प्रमुखों का चुनाव कर चुकी है और मंगलवार को कुछ और राज्यों में भी प्रदेश अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया पूरी कर लेगी। इसी के साथ केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी सोमवार को नये राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गई। इन प्रदेश अध्यक्षों के निर्वाचन के साथ ही जे पी नड्डा के स्थान पर नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आवश्यक प्रदेश अध्यक्षों की संख्या पूरी हो जायेगी। भाजपा के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले 37 संगठनात्मक राज्यों में से कम से कम 19 में अध्यक्षों का चुनाव होना आवश्यक है। सत्तारूढ़ पार्टी मंगलवार को यह सीमा पार करने जा रही है। वी पी रामलिंगम और के बेइचुआ सोमवार को क्रमश: पुडुचेरी और मिजोरम के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुने गए हैं, जबकि महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में इस पद के लिए एकल नामांकन दाखिल किया गया, फलस्वरूप मंगलवार को उनका चुनाव महज औपचारिकता रह गया। भाजपा के पास अब 16 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष हैं, जिनमें से कुछ को फिर से इस पद पर चुना गया है। यह आंकड़ा मंगलवार को बढ़ जाएगा। अगले कुछ दिनों में कर्नाटक और मध्यप्रदेश जैसे बड़े राज्यों में भी प्रदेश भाजपा अध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया पूरी हो सकती है। भाजपा ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में क्रमश: रामचंदर राव और पी वी एन माधव जैसे संगठन के अनुभवी नेताओं को अध्यक्ष चुना है। महाराष्ट्र भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष और चार बार के विधायक रवींद्र चव्हाण का भी नया प्रदेश अध्यक्ष चुना जाना तय है। वह राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का स्थान लेंगे। उत्तराखंड के निवर्तमान अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट को इसी पर पर नया कार्यकाल मिला है। इस घटनाक्रम से नड्डा की जगह नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की संभावना बढ़ गई है। नड्डा इस समय नरेन्द्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। हालांकि, तेलंगाना में राव को चुने जाने पर उग्र हिंदुत्व नेता और विधायक टी राजा सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा से इस्तीफा दे दिया। गुटबाजी से ग्रस्त तेलंगाना पार्टी संगठन में राव की पदोन्नति को संतुलन साधने और संगठन के पुराने लोगों को पुरस्कृत करने के रूप में देखा जा रहा है।

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