नीरज सिसौदिया, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि अगर राज्य सरकार सभी बंजर भूमि को कृषि योग्य उर्वर बना देगी तो उद्योगों को स्थापित करने के लिए जमीन कहां से आएगी। मंगलवार को प्रश्न काल के दौरान समाजवादी पार्टी के विनोद चतुर्वेदी ने यह प्रश्न किया कि राज्य में कितनी बंजर भूमि है और सरकार क्या बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने के लिए कोई प्रभावी योजना बनाएगी। उनके इस तारांकित प्रश्न के उत्तर में खन्ना ने बताया कि राजस्व अभिलेखों के अनुसार राज्य में कुल 304351.2142 हेक्टेयर बंजर भूमि है। उन्होंने कहा कि फिलहाल परती भूमि विकास विभाग की अधीनस्थ इकाई भूमि सुधार निगम की कोई योजना नहीं चल रही है और न ही कोई योजना प्रस्तावित है। पूरक प्रश्न के उत्तर में खन्ना ने कहा, ”अगर हम ‘लैंड बैंक’ नहीं बनाएंगे तो औद्योगिकीकरण कैसे करेंगे। आम, आंवला, बेरी जैसे फल तो इसी बंजर जमीन पर उग रहे हैं। सरकार ने उद्योग स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाएं हैं और उसके लिए इन जमीनों का उपयोग किया जाएगा।