बस शख़्स बन कर नहीं, शख्सियत बन कर जियो। कूद पड़ो मैदान में कि जीवन भी जंग है। नरम गरम खुशी गम यही इसका ढंग है।। हज़ारों रंग मिलते हैं जीवन के रंगमंच में। हारता नहीं बाज़ी बनाता हौंसलों को जोअंग है।। जो समय का मोल जानता बनता अनमोल है। वक्त ही गढ़ता इतिहास और […]
Tag: sk kapoor
बनो बीज कि दब गये तो फिर उग जायो तुम।
बनो बीज कि दब गये तो फिर उग जायो तुम। दब गये मिट्टी में फिर भी बीज से उग आओ तुम। गिर गये फिर भी संभल कर उठ जाओ तुम।। बनो कोई ऐसी इक नायाब सी तस्वीर तुम। मिट जायो फिर वैसी तासीर जाकर लाओ तुम।। आदमी खोकर भी जरूर कुछ सीखता है। व्यक्ति मुसीबत […]
जिन्दगी रोज़ इक नया इम्तिहान लेती है।
हिम्मत से हारना ,पर हिम्मत कभी मत हारना जिन्दगी रोज़ इक नया इम्तिहान लेती है। दो परीक्षा तो सफल परिणाम देती है।। परिश्रम का ईनाम यहां मिलता है जरूर। जीत सको तुम तो जमीं आसमान देती है।। अतीत को बदलना नहीं आज सुधार करना है। बीते की चिंता नहीं आगे की पुकार करना है।। परलोक […]
माँ, बहन, बेटी,पत्नी नारी ,तेरे रूप हैं अनेक
माँ से ही सवेरा और माँ से ही होती रात है। माँ की ममता प्यार अनमोल सौगात है।। माँ पास में तो हैँ खुशी दुनिया जहान की। माँ का स्पर्श सुखद मानो प्रथम किरण प्रभात है।। बेटियाँ ही तो हर दम माँ बाप पर प्यार लुटाती हैं। बेटियाँ एक नहीं दो वंशों का उद्धार कराती […]