तरनतारन। एक निजी अस्पताल में बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। 10 वर्षीय बच्चे के परिजनों का आरोप था कि अस्पताल की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हुई है। मरने वाले बच्चे की पहचान मोहल्ला गोकलपुरा निवासी नरिंदर कुमार के दस वर्षीय पुत्र माणक के रूप में की गई है. उसे रविवार को अर्जन अस्पताल में दस्त लगने के कारण भर्ती कराया गया था. जहां बुधवार सुबह उसकी मौत हो गयी | रविवार को अर्जन अस्पताल में बच्चे को दस्त लगने कारण दाखल करवाया गया था |
नरिंदर कुमार , अवतार शर्मा , सन्नी शर्मा , जीत कुमार , सतीश कुमार ने बताया कि अर्जन अस्पताल में बच्चे के डाक्टर द्वारा लगातार टेस्ट करवाए गए , जिसकी रिपोर्ट नार्मल आती रही | मंगलवार रात बच्चे को टीका लगाया तो उसकी हालत बिगड़ने लगी. रात करीब ढाई बजे डाक्टर ने खतरे में होने की बात कहते हुए अमृतसर के केडी अस्पातल से एम्बुलेंस मंगवाई और वहां रेफर कर दिया. रास्ते में करीब पौने चार बजे बच्चे ने दम तोड़ दिया.
परिवार ने अर्जन अस्पताल तरनतारन के बाहर नारेबाजी करते हुए डाक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है. हालांकि डा. प्रभप्रीत कौर ने कहा कि बच्चे का उन्होंने पूरी जिम्मेदारी से इलाज किया है और हालत खराब होने के बारे में परिवार को जानकारी देकर और उनकी सहमति से ही केडी अस्पताल अमृतसर भेजा था |
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