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प्रज्ञा यादव की कविताएं – 7
Share nowजीवन का आधार हैं पेड़… जीवन के आधार हैं वृक्ष, जीवन के ये अमृत हैं फिर भी मानव ने देखो इनमें विष बोया है स्वार्थ मनुष्य का हर पल उसके आगे आया है अपने ही हाथों से उसने अपना गाला दबाया है काट काट कर उसने वृक्षों को अपना लाभ कमाया है पर अपनी […]
पूजा के बाद गणपति विसर्जन की प्रथा कैसे हुई शुरू, क्या हैं गणेश चतुर्थी से जुड़ी कुरीतियां, बता रहे हैं विश्व प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य नरेश नाथ
Share nowनीरज सिसौदिया, नई दिल्ली गणपति बप्पा को हर साल पूजन के बाद जल में विसर्जित करना धर्म सम्मत नहीं बल्कि एक कुप्रथा है. अगर आपका घर शुद्ध है तो इसे विसर्जित करने की कोई आवश्यकता नहीं है. गणपति को आप सारी जिंदगी के लिए अपने घर पर रख सकते हैं. विश्व प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य […]
हर दिल में बसता हिंदुस्तान है हिंदी…
Share nowहम सबका हर पल हर क्षण हिंदी के साथ हो। हिंदी हमारी मातृ भाषा उसके हाथों में हाथ हो।। प्रत्येक प्रयास हो हिंदी में ही कार्य करने का। हिंदी की बिंदी ही भारत माता के माथ हो।। निज भाषा से कार्य में ही राष्ट्र उत्थान निहित है। निज भाषा मान में ही देश का […]