रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
झारखंड में चलना ही नृत्य और बोलना ही गीत है, यहाँ के पुरखा लोग आदि समय से ही प्रकृति प्रेमी रहे हैं। प्रकृति के प्रति उनका स्नेह और श्रद्धा का ही परिणाम है कि आज हम प्रकृति के प्रतीक सरहुल पर्व मनाने के बहाने एकत्रित हुये हैं। यह बातें डुमरी विधायक जगरनाथ महतो रविवार को नावाडीह बाजारटांड़ में प्रखंड स्तरीय सरहुल पूजा समिति नावाडीह द्वारा आयोजित सरहुल पूजा महोत्सव कार्यक्रम में कहीं । विधायक महतो ने कहा कि पर्यावरण को हरा भरा बनाये रखना हम सबों का दायित्व है, इसी पर्यावरण के चलते आज हमारा अस्तित्व इस धरती पर है। हमें अपनी भाषा संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखना होगा । इसके बाद विधायक महतो ने मांदर की थाप पर आदिवासी युवतियों के साथ खूब झुमे । यहां नायके हड़ाम रामेश्वर हेम्ब्रम के देखरेख में पूजा अर्चना करने के बाद लोगों के बीच प्रसाद स्वरुप खीर व सखुआ का फूल वितरण किया गया । मौके पर नावाडीह मुखिया ललिता देवी, पंसस किरण देवी, यदु महतो, टेकलाल चौधरी, सोनाराम हेम्ब्रम, भोला मरांडी, वासुदेव शर्मा, भोला महतो, सुनील टुड्डू, भुनेश्वर मुर्मू, हेमलाल मरांडी, सुखदेव किस्कु, बंटी टुड्डू के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे ।